पैलेट गन से नेत्रहीन हुए पिता ने कहा- चार दिन से खाना नहीं खाया

Update: 2020-04-03 15:36 GMT

कुपवाड़ा के पैलेट गन पीड़ित पिता ने कहा, चार दिन से केवल पानी पीकर जिंदा हूं, मदद की लगाई गुहार, छह बच्चों के पिता हैं मोहम्मद शाहबान...

जनज्वार ब्यूरो। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा के रहने वाले मोहम्मद शाहबान मल्ला पैलेट गन के पीड़ित हैं। वह बताते हैं कि करालपोरा में 2016 में मेरी दोनों आंखों में पैलेट लगी थी। 16-17 तारीख को मेरी दोनों आंखों की रोशनी चली गई। उसके बाद 19 तारीख को मैने ऑपरेशन करवाया। दूसरा ऑपरेशन करने के लिए डॉक्टर ने समय दिया था लेकिन मेरे से पैसे जमा नहीं हो पाए।

लोगों से मदद की गुहार लगाते हुए वह कहते हैं कि मैं बहुत गरीब हूं, दोनों टांगों में फ्रैक्चर है, आंखों में पैलेट लगा है, कुछ नहीं कर सकता हूं। मेरे छह बच्चे हैं, दो मियां बीवी, हम कुल आठ बंदे हैं।

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मोहम्मद शाहबान आगे बताते हैं कि इस वक्त ये हालत है कि मुझे चार दिन भूखे रहते हुए हो गए हैं। मुझे किसी ने पूछा नहीं है और न कोई मुझसे पूछने आया है। चार दिन से ये छोटे-छोटे बच्चे लेकर हम सिर्फ पानी पी रहे हैं और आलू उबाल-उबाल के खा रहे हैं। मेरी अल्लाह के बंदों और नबी के उम्मतियों से गुजारिश है कि अल्लाह के नाम से मुझे कुछ मदद करें। मैं बहुत मोहताज हूं, खाने के लिए मेरे पास कुछ भी नहीं है।

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ह बताते हैं कि मै इससे पहले मजदूरी कर अपने बाल-बच्चों को पाल रहा था। जब से पैलेट आया दोनों आंखों की रोशनी चली गई, अब मैं कुछ नहीं कर सकता हूं। मैं लोगों से गुजारिश करता हूं कि मुझे खाने के लिए कुछ दे दें, और हो सके तो ऑपरेशन करने के लिए मुझे कुछ मदद करें ताकि मैं भी अपने बाल-बच्चों के लिए कुछ कर सकूं।

ह आगे बताते हैं कि मैं अभी कुछ नहीं कर सकता हूं, पेशाब करने के लिए भी दो-दो बंदों की जरूरत होती है, खाना खाने के लिए एक बंदा चाहिए जो मुझे खिलाता है।

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