मुक्तिबोध जन्मशती पर जयपुर में जुटेंगे देशभर के कवि

Update: 2017-09-04 14:20 GMT

मुक्तिबोध की जन्मशती के अवसर पर जयपुर के जवाहर कला केंद्र में आयोजित किया जाएगा तीन दिवसीय कविता समारोह

जयपुर। हिन्दी के प्रसिद्ध कवि व चिंतक, गजानन माधव मुक्तिबोध की जन्मशती पर जवाहर कला केंद्र में 9 से 11 सितम्बर को कविता समारोह ‘समवाय' आयोजित किया जाएगा। 11 सितम्बर मुक्तिबोध की पुण्यतिथि है।

इस कविता समारोह में देश के 17 शहरों के 37 कवि व आलोचक शामिल होंगे, जिनके द्वारा कविता पाठ व विचार-विमर्ष किया जाएगा। इनमें हिन्दी—उर्दू कविता में सक्रिय चार पीढ़ियों के कवि व आलोचक शामिल होंगे।

इनमें नन्दकिशोर आचार्य, विष्णु खरे, आलोक धन्वा, नरेश सक्सेना, मंगलेश डबराल, शीन काफ निजाम, ऋतुराज, अरूण कमल, इब्बार रब्बी, पुरूषोत्तम अग्रवाल, अपूर्वानन्द, लीलाधर मंडलोई, विजय कुमार, अष्टभुजा शुक्ल, नन्द भारद्वाज, सविता सिंह प्रमुख होंगे।

यही नहीं, व्योमेश शुक्ल, ज्योति चावला, बाबुशा कोहली, विवेक निराला, पारूल पुखराज, सुधांशु फिरदौस, अशोक कुमार पांडे, आशीष त्रिपाठी, वाजदा खान जैसे कवियों व आलाचकों के माध्यम से युवा पीढ़ी का भी प्रतिनिधित्व होगा।

कविता समारोह ‘समवाय' में ‘आज मुक्तिबोध'; ‘कविता की समझ और पहुंच'; ‘कविता में लोकत्व'; ‘कविता और अंतःकरण'; ‘कविता और सच्चाई' जैसे विषयों पर चर्चा की जाएगी।

उल्लेखनीय है कि मुक्तिबोध ने अंतःकरण के आयतन के संक्षित्प होने का जिक्र किया था और वे कविता की समझ एवं पहुंच को लेकर बहुत चिंतित रहते थे।

मुक्तिबोध की जन्मशती पर देशभर में कई आयोजन किए जा रहे हैं, जिनमें यह कविता समारोह भी शामिल है। इसमें राजस्थान के कवियों व आलोचकों को भी आमंत्रित किया गया है।

जेकेके की ओर से कविता के क्षेत्र में इस प्रकार का विशाल आयोजन प्रथम बार किया जा रहा है। हिन्दी उर्दू कविता के क्षेत्र में वर्तमान में अपार सक्रिय बहुलता है और यह समारोह इसे प्रतिबिम्बित करने का एक प्रयास है। ‘समवाय‘ में उद्घाटन भाषण वरिष्ठ हिन्दी कवि व आलोचक, अशोक वाजपेयी द्वारा दिया जाएगा।

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