जनज्वार। दिल्ली के संसद मार्ग पर महिला और छात्र संगठनों ने मिलकर उन्नाव और कठुआ में बलात्कार की घटना पर प्रदर्शन किया। लगभग दो सौ लोगों ने जंतर-मंतर मोड़ से संसद थाने तक विरोध मार्च निकाला।
‘भाजपा की कथनी बेटी बचाओ, करनी बलात्कारी बचाओ’ के मुख्य नारे तले इकठ्ठा संगठनों ने आरएसएस-भाजपा के गठजोड़ में उभरती जन विरोधी, महिला विरोधी फासीवादी राजनीति की बेलाग लपेट आलोचना किया। प्रदर्शन में एडवा, एपवा, आईसा, अनहद, सीएसडब्ल्यू, जेएनएसयू, केवाईएस, एनएफआईडब्ल्यू, एनएफआईएस, प्रगतिशील महिला संगठन, एसएफआई, पुरोगामी महिला संगठन, स्वास्तिक महिला संगठन, एआईएसएफ और अन्य ने भागीदारी किया।
कविता कृष्णनन्, माया जाॅन, पूनम, शबनम हाशमी आदि महिला साथियों ने बात रखी। संगठनों द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में मांग किया है, ‘‘आज हम मांग करते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी उन्नाव और कठुआ में हुए बलात्कार पर अपनी चुप्पी तोड़ें और कार्यवाई करना सुनिश्चित करें।
उनकी यह कार्यवाई न सिर्फ बलात्कार के दोषियों के खिलाफ हो बल्कि उन भाजपा नेताओं के खिलाफ भी हो जो बलात्कार आरोपियों को बचा रहे हैं, साथ ही वे एक छोटी सी बच्ची के घिनौने बलात्कार और हत्या को राजनीति और साम्प्रदायिकता बढ़ाने में इस्तेमाल कर रहे हैं।’
उन्नाव और कठुआ को लेकर दिल्ली में जनसंगठनों का प्रदर्शन : सभी फोटो अंजनी कुमार |