मुंबई से जौनपुर लौट रहा प्रवासी मजदूर परिवार हुआ हादसे का शिकार, मां-बेटी की मौके पर हो गयी मौत
यह परिवार मूल रूप से जौनपुर जिले के शिवरारा थाना क्षेत्र का रहने वाला है और मुंबई में रहकर मजदूरी करता था। कोरोना महामारी के चलते काम बंद हो गया, जिससे ऑटो रिक्शा से अपने घर वापस लौट रहा था। तभी यहां यह हादसा हो गया....
जनज्वार ब्यूरो, फतेहपुर। ऑटो रिक्शा की सवारी से मुंबई से जौनपुर जा रहा एक परिवार फतेहपुर जिले की खागा कोतवाली क्षेत्र में मंगलवार 12 मई को सड़क हादसे का शिकार हो गया। अज्ञात वाहन की टक्कर लगने से महिला और उसकी मासूम बेटी की मौके पर मौत हो गयी और पति व दो बेटे गंभीर रूप से घायल हो गए।
खागा कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) सत्येंद्र सिंह ने बताया, 'सड़क हादसा सुबह महिचा मंदिर पुलिस चौकी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुआ। किसी अज्ञात वाहन ने ऑटो रिक्शा में टक्कर मार दी, जिससे 33 साल की संजू यादव और उसकी छह साल की बेटी नन्दनी की मौके पर मौत हो गयी। जबकि दो छोटे बेटे और उसका 36 वर्षीय पति राजन यादव बुरी तरह से घायल हो गए।'
संबंधित खबर : योगी की नजर में मजदूरों की जान की कीमत सिर्फ 2 लाख, मजदूरों की ट्रक पलटने से हो गई थी मौत
उन्होंने बताया, 'यह परिवार मूल रूप से जौनपुर जिले के शिवरारा थाना क्षेत्र के निवादा गांव का रहने वाला है और मुंबई में रहकर मजदूरी करता था। कोरोना महामारी के चलते काम बंद हो गया, जिससे ऑटो रिक्शा से अपने घर वापस लौट रहा था। तभी यहां यह हादसा हो गया है।'
बता दें कि यह अकेली घटना नहीं है जब कोरोना लॉकडाउन के बीच मजदूरों के साथ इस तरह का हादसा हुआ है। इससे पहले रायबरेली में मजदूर शिव कुमार दास (25) को एक कार ने टक्कर मार दी। इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। वह उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से अपने दोस्तों के साथ साइकिल से बिहार जा रहा था। जानकारी के अनुसार, ड्राइवर का गाड़ी से नियंत्रण छूट गया, जिससे यह हादसा हुआ।
इसी तरह दिल्ली से बिहार के पूर्वी चंपारण लौट रहे एक मजदूर की सगीर अंसारी (26) की शनिवार को लखनऊ में कार की चपेट में आने से मौत हो गई थी। वह 5 मई को दिल्ली से अपने 6 साथियों के साथ बिहार रवाना हुआ था। पांच दिन के सफर के बाद ये मजदूर शनिवार को लखनऊ पहुंचा था। यहां वे सड़क के डिवाइडर पर बैठकर खाना खा रहे थे। इसी दौरान तेज रफ्तार कार ने डिवाइडर तोड़ते हुए सगीर को टक्कर मार दी।