उत्तराखंड में स्वाइन फ्लू से 11वीं मौत

Update: 2017-08-08 11:11 GMT

अशोक भदोला के रूप में स्वाइन फ्लू से राज्य में 11वीं मौत हुई है

हल्द्वानी/रामनगर। मौसम में नमी के साथ ही स्वाइन फ्लू का वायरस ज्यादा घातक होता रहा है। प्रदेश में इसका कहर थमने के बजाय लगातार बढ़ता जा रहा है। अब तो स्वास्थ्य कर्मी भी इसकी चपेट में आने लगे हैं। रविवार की सुबह पीरूमदारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात एक फॉर्मासिस्ट की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई। फॉर्मासिस्ट ने दिल्ली में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। इधर, स्वास्थ्य विभाग की टीम सोमवार को पीरूमदारा पहुंच गई। लोगों का परीक्षण कर दवाएं वितरित की गईं।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात अशोक भदोला का तबादला पिछले दिनों गढ़वाल मंडल में हो गया था। वे कैंसर से भी ग्रसित थे।

सीएमओ डा. एचके जोशी, संक्रामक रोग विश्लेषक एनके कांडपाल के नेतृत्व में टीम पीरुमदारा पहुंच गई। टीम ने परिजनों व आसपास के लोगों की जांच की। करीब 20 लोगों को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की दवा दी गई। सीएमओ का कहना है फिलहाल किसी में लक्षण नहीं मिले हैं। सीएमओ का कहना है कि कैंसर का मरीज होने के चलते अशोक भदोला की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो गई थी। संभवत: इसी वजह से उसे स्वाइन फ्लू ने जकड़ लिया।

राज्य में मैदानी ही नहीं पहाड़ी इलाकों में भी स्वाइन फ्लू तेजी से पैर पसार रहा है। यही वजह कि पौड़ी व चमोली से भी स्वाइन फ्लू के मरीज सामने आ रहे हैं। अभी तक स्वाइन फ्लू पीडि़त मरीजों की संख्या बढक़र 54 हो गई है। वहीं दस मरीजों की मौत भी स्वाइन फ्लू से अब तक हो चुकी है। अशोक भदोला के रूप में स्वाइन फ्लू से राज्य में 11वीं मौत हुई है।

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