उत्तर प्रदेश में मध्य प्रदेश, राजस्थान से सटे 10 जिलों में हाईअलर्ट घोषित कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश के इन जिलों के आला अधिकारियों ने बताया कि दोनों राज्यों की सीमाओं से लगे जिलों में रात के समय रसायनों का भारी छिड़काव करने के आदेश दिए गए हैं....
मनीष दुबे की रिपोर्ट
जनज्वार ब्यूरो। देशभर में धीरे धीरे टिड्डियों का आतंक फैलता जा रहा है। राजस्थान के दौसा से मंगलवार को नियंत्रण अभियान के बाद टिड्डी दलों ने उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे करौली जिले सहित अन्य क्षेत्रों का रुख किया है। मध्य प्रदेश में कई जगह टिड्डी दलों के हमले के बाद उनके महाराष्ट्र के नागपुर और वर्धा जिलों तक पहुंच जाने की सूचना है।
इसके चलते उत्तर प्रदेश में मध्य प्रदेश, राजस्थान से सटे 10 जिलों में हाईअलर्ट घोषित कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश के इन जिलों के आला अधिकारियों ने बताया कि दोनों राज्यों की सीमाओं से लगे जिलों में रात के समय रसायनों का भारी छिड़काव करने के आदेश दिए गए हैं।
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उत्तर प्रदेश के उपनिदेशक कृषि कमल कटियार ने बताया कि राजस्थान और मध्य प्रदेश की सीमाओं से लगे जिलों में स्प्रेयर युक्त ट्रैक्टरों, पॉवर स्प्रेयरों और फायर ब्रिगेड के ट्रकों में रसायन भरकर तैयार रखने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही रात के समय भारी स्प्रे करने को कहा गया है। इसके साथ ही स्थानीय ग्रामीणों को थाली बजाकर और पटाखे छोड़कर तेज आवाज करने का भी निर्देश दिया गया है।
साथ ही कटियार ने बताया कि झांसी के जंगल में रविवार को टिड्डी दलों का समूह देखा गया था, जिसे राज्य और केंद्र की टीमों ने मिलकर रसायनों के छिड़काव से 40 फीसदी तक खत्म कर दिया है। हवा की दिशा के चलते इस टिड्डी दल के महोबा जिले में प्रवेश करने की आशंका है। इसलिए महोबा के अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है। झांसी में टिड्डी दल ने करीब 25 हेक्टेयर क्षेत्र में सब्जियों को नुकसान पहुंचाया है।
मथुरा में भी टिड्डी दलों के हमले की संभावना को देखते हुए तैयारियां की गई हैं। मथुरा के जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्रा ने कहा, 200 लीटर क्लोपिरीफोस को रिजर्व में रखा गया है और क्षेत्र में इस रसायन के विक्रेताओं के जिले से बाहर सप्लाई करने पर रोक लगा दी गई है। झांसी के जिलाधिकारी आंद्रा वम्सी ने बताया कि ग्रामीणों को टिड्डी दल दिखाई देते ही कंट्रोल रूम को बताए जाने के लिए कहा गया है। फायर विभाग को आपातकालीन हालात के लिए रसायनों से भरे ट्रक तैयार रखने को कहा गया है।
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इससे पहले मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के बुधनी और नसरुल्लागंज क्षेत्रों में किसानों ने मंगलवार को टिड्डी दलों को भगाने के लिए थालियां बजाईं। इसके अलावा पेड़ों और फसलों पर कीटनाशकों का छिड़काव भी किया गया है। मध्य प्रदेश के कृषि वैज्ञानिक जैनेंद्र कुमार के मुताबिक, टिड्डी दल के हमले से फसलों को भारी नुकसान पहुंचने की संभावना है। कृषि विभाग और जिला प्रशासन को नुकसानदायक टिड्डी दलों पर नजर रखने के लिए कहा गया है।