कारोबारी प्रकाश पांडे की मौत पर मुआवजे की बात निकली झूठी

Update: 2018-01-11 12:13 GMT

त्रिवेंद्र सरकार ने कहा प्रकाश पांडे ने की है आत्महत्या इसलिए नहीं देंगे एक भी पैसे की आर्थिक मदद...

जबकि जिलाधिकारी दीपेंद्र चौधरी ने कहा था मृतक के परिजनों को दी जाएगी 10 लाख की आर्थिक मदद

हल्द्वानी, जनज्वार। ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडे की मौत के बाद सरकार द्वारा उनके परिवार को दी गयी आर्थिक मदद की बातें झूठीं निकलीं। डीएम दीपेन्द्र चौधरी ने कल 10 जनवरी को कहा था कि मृतक पांडे के परिवार को 10 लाख रुपये की मदद सरकार की तरफ से की जायेगी, लेकिन सरकार की ओर से इस तरह की मदद को लेकर साफ मना कर दिया गया है।

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अब इस मामले में डीएम चौधरी ने कहा है कि पांडे के परिजनों को आर्थिक मदद दिलाने के लिये कालाढूंगी के विधायक बंशीधर भगत ने कहा था। इस मदद की जानकारी स्वयं विधायक ने ही मुझे दी थी। जबकि विधायक ने कहा था कि सीएम त्रिवेन्द्र रावत ने फोन पर उन्हें इस मदद के लिये कहा था।

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जिलाधिकारी दीपेंद्र चौधरी ने इस बाबत सफाई देते हुए अब कहा है कि संभव हो सीएम ऑफिस को इस बात की जानकारी न हो।

इधर इस मामले में त्रिवेंद्र सिंह सरकार का तर्क है कि ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडे ने आत्महत्या की थी। ऐसे में उसके परिवार की किसी भी तरह की आर्थिक मदद नहीं की जा सकती।

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इधर इस मामले में त्रिवेंद्र सिंह सरकार का तर्क है कि ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडे ने आत्महत्या की थी। ऐसे में उसके परिवार की किसी भी तरह की आर्थिक मदद नहीं की जा सकती। इस मामले में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा था कि अगर प्रकाश पांडे कर्ज़ में था तो उसको ट्रक बेच देने चाहिए थे, न कि आत्महत्या करनी चाहिए थी। 

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