योगी का आदेश : प्रदेश में चले पैदल या लेकर आए परमिट बिना वाहन तो होगी सख्त कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने प्रवासी कामगारों-श्रमिकों से कहा है कि वे स्वयं तथा अपने परिवार को जोखिम में डालकर पैदल अथवा अवैध व असुरक्षित वाहन से घर के लिए यात्रा न करें...
जनज्वार ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि राज्य के बॉर्डर क्षेत्रों में कोई भी प्रवासी कामगार-श्रमिक पैदल अथवा बाइक या ट्रक आदि अवैध तथा असुरक्षित वाहनों से यात्रा न करें।
अवनीश अवस्थी ने शनिवार को यहां पत्रकारों को बताया, 'आज यहां लोक भवन स्थित मीडिया सेल में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने प्रवासी कामगारों-श्रमिकों से अपील की है कि वे स्वयं तथा अपने परिवार को जोखिम में डालकर पैदल अथवा अवैध व असुरक्षित वाहन से घर के लिए यात्रा न करें।'
संबंधित खबर : रहस्य -नोएडा में 38 कोरोना मृतकों का हुआ पोस्टमार्टम, लेकिन रिपोर्ट में मिला सिर्फ एक पॉजिटिव
'प्रदेश सरकार अपने सभी प्रवासियों की सुरक्षित व सम्मानजनक वापसी के लिए युद्धस्तर पर व्यवस्था सुनिश्चित करा रही है। यदि ऐसा पाया जाए तो उक्त अवैध वाहन को तत्काल जब्त करते हुए कानूनी कार्रवाई की जाए।'
अवस्थी ने बताया, 'मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश की सीमा में प्रवेश करते ही प्रवासी श्रमिकों को भोजन व पानी उपलब्ध कराया जाए। इसके बाद उनकी स्क्रीनिंग करते हुए उन्हें सुरक्षित व सम्मानजनक ढंग से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाए। बॉर्डर क्षेत्र के प्रत्येक जनपद में जिलाधिकारी के निवर्तन पर 200 बस रखने के आदेश पहले ही दिए गये हैं। बस से भेजने के लिए धनराशि भी स्वीकृत है।'
संबंधित खबर : पैदल जा रहे प्रवासी मजदूरों से मिले राहुल गांधी, गाड़ियों से घरों को भेजने का किया इंतजाम
उन्होंने बताया, 'प्रदेश में अब तक 450 ट्रेन के माध्यम से लगभग 5,64,000 प्रवासी कामगार एवं श्रमिक आये हैं। प्रदेश में आज 12 ट्रेन अन्य प्रदेशों से श्रमिकों को लेकर आ चुकी हैं तथा 76 ट्रेन और आज आ रही हैं। प्रवासी श्रमिकों को लाये जाने हेतु उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही ट्रेन में श्रमिकों का किराये का खर्च प्रदेश सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है।'