UP पुलिस ने सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ाई सरेआम धज्जियां, सस्पेंडेड थानेदार का निकाला भव्य विदाई जुलूस
सस्पेंडेड थानेदार के विदाई के जश्न के दौरान ना तो किसी पुलिसकर्मी ने मास्क लगाया हुआ था और ना ही किसी तरह की सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होता दिख रहा था...
अंबेडकर नगर, जनज्वार। उत्तरप्रदेश के अंबेडकर नगर में आज गुरुवार 4 जून को हटाए गए एक थानेदार की विदाई शाही अंदाज में की गई। गाड़ियों का लंबा काफिला निकला, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग की खुलेआम धज्जियां उड़ीं।
काफिले में यूपी-112 गाड़ी भी शामिल रहीं। पुलिसकर्मी बिना मास्क के नजर आए। हालांकि, वीडियो वायरल होने पर थानेदार को सस्पेंड कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक अलोक प्रियदर्शी ने बताया कि एक वीडियो संज्ञान में आया है, जिसमें निवर्तमान बसखारी थानाध्यक्ष अपना चार्ज लेने जा रहे थे। इस दौरान उनके साथ कुछ गाड़ियों का काफिला था। उनके साथ मौजूद लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया। इस मामले में उन्हें निलंबित कर दिया गया है।
यह भी पढ़ें - मेरठ : दलित युवक को गोली मारने के बाद आरोपियों ने गालियां बकते हुए वीडियो किया वायरल
वहां मौजूद पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग के उल्लंघन का मुकदमा भी दर्ज किया गया है। सारे मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को सौंपी गई है।
गौरतलब है कि अंबेडकरनगर के टांडा से भाजपा विधायक संजू देवी ने अवैध वसूली के आरोप में बसखारी के थानाध्यक्ष मनोज सिंह पर कार्रवाई की मांग की थी, जिसके बाद मनोज सिंह का तबादला कर दिया गया और अब जैतपुर थाने पर बतौर थाना इंचार्ज तैनाती कर दी गई।
यह भी पढ़ें : गुल्लक तोड़ बेटियों ने ख़रीदा कफन, मां को दिया कंधा और मुखाग्नि, लॉकडाउन में मज़दूर पिता गुजरात में है फंसा
मनोज सिंह की जब बसखारी से विदाई हुई तो पुलिस वाहन 112 पर सवार दर्जनों पुलिसकर्मी बिना मास्क के विदाई जुलूस में शामिल हुए। इनके साथ खुले में बिना हेल्मेट के बाइक पर सवार भी पुलिसकर्मी भी पायलट की भूमिका में थे। विदाई के जश्न के दौरान ना तो किसी ने मास्क लगाया हुआ था और ना ही किसी तरह की सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होता दिख रहा था।
यह भी पढ़ें : आत्मनिर्भर भारत – भूख-प्यास से तड़प कर मां मौत, स्टेशन पर ही पड़ी रही लाश, जगाने की कोशिश करता रहा मासूम
इस दौरान सिर्फ उस थाने की ही नहीं, बल्कि थाना क्षेत्र की अन्य सरकारी गाड़ियों को बुलाकर इस काफिले में शामिल किया गया। विदाई जुलूस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यह कार्रवाई की गई है।