Bihar News : जाति आधारित जनगणना को लेकर तेजस्वी ने फिर जताई चिंता, 13 मुख्यमंत्रियों और 33 बड़े नेताओं को लिखा पत्र

Bihar News : तेजस्वी यादव ने कहा कि जाति आधारित जनगणना की मांग को राष्ट्र निर्माण में एक आवश्यक कदम के रूप में देखा जाना चाहिए....

Update: 2021-09-25 07:35 GMT

(तेजस्वी यादव ने फिर उठाया जाति जनगणना का मुद्दा)

Bihar News जनज्वार। जातिगत जनगणना (Caste Based Census) का मुद्दे पर सियासत फिर तेज हो गई है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने जातिगत जनगणना नहीं कराए जाने पर चिंता जाहिर की है। तेजस्वी ने देशभर के 13 मुख्यमंत्रियों समेत 33 नेताओं को पत्र लिखा है।

पत्र में तेजस्वी ने लिखा है कि जाति आधारित जनगणना राष्ट्र के निर्माण (Nation Building) में एक जरूरी कदम है। इस पत्र को उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल्स से साझा किया है। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा- मैंने देश के कई वरिष्ठ नेताओं को सामाजिक-आर्थिक (Socio-Economic)  और जाति जनगणना की चल रही मांग और उसके प्रति केंद्र में सत्तारूढ़ दल की उदासीनता के संदर्भ में हमारी साझा आंशकाओं और जिम्मेदारियों के बारे में लिखा है। बता दें कि बिहार में जातिगत जनगणना के मुद्दे पर जदयू और राजद एकजुट हैं। 

अपने दूसरे ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा- जाति आधारित जनगणना की मांग को राष्ट्र निर्माण में एक आवश्यक कदम के रूप में देखा जाना चाहिए। जातिगत जनगणना की वांछनीयता के खिलाफ एक भी तर्कसंगत कारण नहीं है। मैंने विभिन्न दलों के 33 प्रमुख नेताओं को पत्र लिखकर बहुमत की साझा चिंता व्यक्त की है।

तेजस्वी यादव ने यह खत जिन नेताओं को लिखा है उनमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi), एनसपी प्रमुख शरद पवार (Sharad pawar), समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav), बसपा अध्यक्ष मायावती (Mayawati), डीएमके प्रमुख एम.के. स्टालिन (M.K Stalin), तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी (Mamata Banerjee), सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी (Sitaram Yechury), सीपीआई महासचिव डी राजा (D. Raja), बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar), अकाली दल प्रमुख प्रकाश सिंह बादल (Prakash Singh Badal), नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) शामिल हैं।

तेजस्वी ने इसके अलावा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren), दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवल (Arvind Kejriwal), राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी को पत्र लिखा है। उन्होंने भाजपा को छोड़कर बिहार के सभी दूसरे दलों के नेताओं को भी चिट्ठी लिखी है।  

राजद नेता ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब केंद्र की मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनाम दाखिल कर जातिगत जनगणना का विरोध किया है। भाजपा के सहयोगी दल जदयू के नेता व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी जातिगत जनणना के पक्ष में हैं।  

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