LU Dalit Professor Attacked : दलित प्रोफेसर पर हमला मामले में सियासत शुरू, भीम आर्मी चीफ बोले- केस दर्ज नहीं हुआ तो होगा आंदोलन

LU Dalit Professor Attacked : भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद ने कहा है कि यह दुर्भाग्य की बात है कि पुलिस ने शिक्षक के साथ मारपीट होने पर उनकी ओर से शिकायत करने के बाद भी आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया है...

Update: 2022-05-27 09:01 GMT

LU Dalit Professor Attacked : लखनऊ यूनिवर्सिटी (Lucknow University) के दलित प्रोफेसर पर हमला करने का मामला अब राजनीतिक रंग लेता जा रहा है। लखनऊ विश्वविद्यालय के दलित प्रोफेसर रविकांत चंदन पर इसी महीने में राइट विंग के एक्टिवविस्ट ने उनके काशी विश्वनाथ मंदिर और और ज्ञानवापी मस्तिद एक टीवी डिबेट के दौरान टिप्पणी को लेकर उन पर हमला (LU Dalit Professor Attacked) कर दिया था। आपको बता दें कि इस मामले में पुलिस ने अबतक प्रोफेसर रविकांत चंदन की शिकायत पर एफआईआर दर्ज नहीं किया है।

अब इस मामले में भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar) भी कूद पड़े हैं। गुरुवार 26 मई को उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय के कैम्पस में पहुंचकर इस मामले में प्रोफेसर रविकांत के साथ एकजुटता दिखाने की बात कही है।

शुक्रवार 27 मई को भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद ने कहा है कि यह दुर्भाग्य की बात है कि पुलिस ने शिक्षक के साथ मारपीट होने पर उनकी ओर से शिकायत करने के बाद भी आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया है। जबकि एक छात्र की शिकायत पर पीड़ित प्रोफेसर के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज कर लिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने पुलिस और प्रशासन को चेतावनी देने के लहजे में कहा है कि अगर विश्वविद्यालय कैंपस के भीतर दलित प्रोफेसर पर हमला करने के मामले में पुलिस आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज नहीं करती है, तो वे आंदोलन की शुरूआत करेगे।

आपको बता दें कि दलित प्रोफेसर रविकांत चंदन को सबसे पहले बीते 10 मई को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के छात्रों का आक्रोश झेलना पड़ा था। तब अभाविप के कार्यकर्ताओं ने प्रोफेसर के खिलाफ नारेबाजी की थी। उसके बाद बीते 18 मई को लखनउ विश्वविद्यालय के एक छात्र ने उन्हें विश्वविद्यालय के गार्ड की मौजूदगी में चांटा मार (LU Dalit Professor Attacked) दिया था। इस इस मामले में प्रोफेसर रविकांत चंदन के समर्थन में चंद्रशेखर आजार के विश्वविद्यालय कैंपस पहुंचने से माहौल एक बार फिर तनावपूर्ण हो गया है।कैंपस में कुछ छात्रों ने देवी-देवताओं के नाम लेकर आजाद के समर्थकों के खिलाफ नारे लगाते देखे गए हैं वहीं आजाद के समर्थक भी जय भीम का नारा लगाते कैंपस के भीतर देखे गए हैं।

आजाद के कैंपस में आने के विरोध में कुछ छात्रों ने इस संबंध में वीसी आलोक कुमार राय को ज्ञापन भी सौंपा है। गौरतलब है कि इस मामले में लखनउ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ भी प्रोफेसर के समर्थन में आ गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र मे टीचर्स एसोसिएशन गुहार लगायी गयी है कि प्रोफेसर पर हमला करने के इस दुर्भाग्यपूर्ण मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।

चिट्ठी में लिखा गया है कि एक प्रोफेसर के साथ बदतमीजी वाला व्यवहार (LU Dalit Professor Attacked) और उसके खिलाफ नारे पूरी तरह से निंदनीय है। ऐसे में उन लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए जो कैंपस का महौल बिगाड़ने की कोशिश में लगे हुए हैं। एसोसिएशन की ओर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से प्रोफेसर पर हमला मामले में केस दर्ज करवाने की मांग भी की गयी है। 

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