दलितों के घर खिचड़ी खाने का राजनीतिक ड्रामा करने वाले सीएम योगी और सफाईकर्मियों के पैर धोने वाले पीएम मोदी बंद करें ढोंग
प्रधानमंत्री जी बताईये आपके पैर धुलने वाले ड्रामा से कितने दलितों के बच्चे, डॉक्टर, इंजीनियर या जमीन के मालिक बने, 75 सालों से कोई भी सरकार आई दलितों, पिछड़ों को सिर्फ मूर्ख बनाया है....
Gorakhpur news : दलित, पिछड़ा, गरीब भूमिहीनों को प्रति परिवार एक-एक एकड़ जमीन दिलाने के लिए गोरखपुर कमिश्नर कार्यालय पर अम्बेडकर जन मोर्चा द्वारा विशाल धरना प्रदर्शन हुआ। अम्बेडकर जन मोर्चा के मुख्य संयोजक श्रवण कुमार निराला के नेतृत्व में बड़ी संख्या में दलित, पिछड़ा भूमिहीन जुटे।
भूमिहीनों को जमीन दिलाने के लिए आन्दोलन का यह दूसरा चरण है, पहले चरण में 17 दिसम्बर 2022 को गोरखपुर (उ0प्र0) में अम्बेडकर जन मोर्चा ने बड़ी रैली में किया था जिसमें लाखों की संख्या में जनता जुटी थी। अम्बेडकर जन मोर्चा का ऐलान हमारी मांगें नहीं मानी गई तो हम 10 अक्टूबर 2023 को गोरखपुर (उ0प्र0) में पाँच लाख लोगों के साथ विशाल आन्दोलन/रैली करेंगे।
आंदोलनकारियों ने कहा कि योगी सरकार को जमीन देना ही पड़ेगा, दलितों, पिछड़ों भूमिहीनों का संवैधानिक अधिकार है। जब तक भूमिहीनों को जमीन नहीं मिलेगा तब हमारा आन्दोलन चरणबद्ध तरीके से जारी रहेगा।
अम्बेडकर जन मोर्चा के मुख्य संयोजक श्रवण कुमार निराला ने कहा कि भारत के ही एक राज्य तेलंगाना की सरकार ने पिछड़े दो सालों में वहां के भूमिहीनों को तीन-तीन एकड़ जमीन दी है, जब तेलंगाना सरकार दे सकती है तो यूपी सरकार क्यों नहीं देगी। यूपी सरकार के मुख्यमंत्री जी दलितों के घर खिचड़ी खाने का राजनीतिक ड्रामा करते हैं, पर दलितों को वास्तविक अधिकार नहीं देना चाहते हैं। इस दोहरे चरित्र को दलित समाज समझ रहा है। मुख्यमंत्री जी आपके खिचड़ी खाने से दलित समाज का उत्थान कितना हुआ आप स्वयं बताईये, हम भिखारी नहीं हैं, आप पाँच किलो राशन देकर हमारे ऊपर कृपा करने का ढ़ोग बन्द करिये।
आंदोलनकारी निराला आगे कहते हैं, भारत के प्रधानमंत्री बनारस में सफाईकर्मियों के पैर धुलते हैं, यह मक्कारी और बेशर्मी वाला ड्रामा है। प्रधानमंत्री जी बताईये आपके पैर धुलने वाले ड्रामा से कितने दलितों के बच्चे, डॉक्टर, इंजीनियर या जमीन के मालिक बने। 75 सालों से कोई भी सरकार आई दलितों, पिछड़ों को सिर्फ मूर्ख बनाया है। अब हम मानेंगे नहीं, यह लड़ाई आर-पार की होगी हम जमीन लेकर ही मानेंगे।
सभा को सम्बोधित करते हुए अम्बेडकर जन मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष सीमा गौतम ने कहा कि भूमि का सवाल दलित आन्दोलन का अनिवार्य हिस्सा है। जमीन के महत्व को हमारे बाबा साहब डॉ. बीआर अम्बेडकर और मान्यवर कांशीराम जी समेत महात्मा फूले, छत्रपति शाहुजी महाराज और पेरियार ने भी इस सवाल पर अपनी राय रखी है, मान्यवर कांशीराम जी अपने अधिकतर भाषणों में दलितों, पिछड़ों को जमीन दिलाने की बात करने थे।
सीमा गौतम ने आगे कहा कि अम्बेडकर जन मोर्चा समय-समय पर दलितों, पिछड़ों के हकों की आवाज उठाता रहा है, पिछले दिनों मोर्चा ने दलित, पिछड़े, छात्रों की छात्रवृत्ति व शुल्क प्रति पूर्ति के लिए भी बड़ी रैली करके छात्रों के हित में आन्दोलन किया था, तब भी हमने सरकार को झुकने के लिए मजबूर किया। आगे हम अपना अधिकार संघर्ष करके ही लेेंगे, यह हमारा संकल्प है।
सभा को सम्बोधित करते हुए अम्बेडकर जन मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एडवोकेट बृजेश्वर निषाद ने कहा कि जमीन हमारे अस्तित्व का आधार है, जमीन हमारे पास होगा तो हमें स्थाई रोजगार मिलेगा, हमारा स्वाभिमान बचेगा, हमारी बहन, बेटियाँ, दुसरे के खेतों में काम करने के लिए मजबूर नहीं होंगी, तब हमारी घरों की महिलाओं के आबरू के साथ कोई खेल नहीं पाएगा। भारत देश में जमीन के मामले में आज भी भारी असमानता है, किसी के पास सौ-दो सौ एकड़ तो किसी के पास हजारों एकड़ जमीन है राजा रजवाड़े स्टेट बने है, जबकि देश में आज भी दलित पिछड़ा समाज अधिकतर एक दो डिस्मील जमीन के लिए तरस रहा है, हम इस असमानता के खिलाफ है। जमीन हमको मिलना चाहिये यह हमारा हक है।
सभा को सम्बोधित करते हुए अम्बेडकर जन मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष ऋषि कपूर आनन्द ने कहा कि यह एक सच्चाई है कि जहां आज भी पुराने जमीदारों एवं कार्पोरेट घरानों के पास हजारों एकड़ जमीन है, वही पर लगभग 57 प्रतिशत दलित परिवार भूमिहीन हैं, अर्थात् उनके पास न घर बनाने की जमीन है, न खेती करने का जमीन है, अगर दलित, पिछड़े गरीब लोग दूसरो के जमीन से होकर पैदल भी जाते हैं तो कई जगहों पर गाली सुननी पड़ती है, यह अपमान हम कब तक सहेंगे। अब नहीं सहेंगे, हमको हमारा हक जमीन चाहिए।
अम्बेडकर जन मोर्चा के मण्डल अध्यक्ष श्रवण शर्मा ने कहा कि हमारी मांग है कि हर भूमिहीन, परिवार को एक-एक एकड़ जमीन दी जाये और दलितों, पिछड़ों को प्रति परिवार रूपये 20-20 लाख का आर्थिक अनुदान दिया जाय। ताकि गरिब अपना व्यवसाय व्यापार कर सके और दलितों, पिछड़ों के बच्चों को पढ़ने के लिए सरकार विदेश भेजे, इसका पूरा खर्चा सरकार वहन करें, सबको शिक्षा व चिकित्सा निःशुल्क किया जाये।
सभा का संचालन अम्बेडकर जन मोर्चा के मण्डल उपाध्यक्ष आनन्द कुमार ने किया। इस अवसर पर चन्द्रदेव प्रताप सिंह, अवधेश कुमार, राजेन्द्र प्रसाद, एलबी गौतम, बैजनाथ कन्नौजिया, हरिलाल भारती, राजन पासवान, लालजी भारती, अभिषेक कुमार, गामा सोनकर, पिण्टू गौड़, सिद्धार्थ गौतम, रत्नेश कुमार, धर्मा देवी, मनिता भारती, रिंकी देवी, सीमा देवी, श्रवण कुमार, प्रेम कुमार, विरेन्द्र कुमार, हिदायत अली, धर्मेन्द्र प्रधान, कमल कुमार, संगम कुमार, भोला नाथ, संजय कुमार, अशोक मौर्या, संन्तोष कुमार एडवोकेट, जय कुमार एडवोकेट, रवि प्रकाश गौतम, आनन्द कुमार, संध्या देवी, ज्योति कुमारी, चन्द्रावती देवी संजीता भारती समेत सैकड़ों की संख्या में पदाधिकारी व कार्यकर्ता तथा आम जनता उपस्थित रही।