Jhansi News : कूड़ाघर से घट गई प्रॉपर्टी की कीमत- नहीं आ रहे शादी के लिए रिश्ते, नाराज लोगों का विस चुनाव बहिष्कार का ऐलान
Jhansi News : धरना स्थल पर लगे बैनर में साफतौर पर लिखा गया है कि मोहल्ले के लोग आगामी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) का बहिष्कार करेंगे...
झांसी से लक्ष्मी नारायण शर्मा की रिपोर्ट
07 Oct. 2021 जनज्वार। स्मार्ट सिटी झांसी (Jhansi) में बड़ागांव गेट रोड स्थित दुबे की पुलिया पर स्थित कूड़ाघर को हटाने पर की मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने आगामी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) के बहिष्कार (Boycott) का ऐलान कर दिया है। इतना ही नहीं, बस्ती के बीच में सड़क पर बने कूड़ाघर (Dumpster) को हटाने की मांग को लेकर स्थानीय लोग अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक इस समस्या से न सिर्फ यहां संपत्ति की कीमत घट गई है बल्कि शादी-विवाह (Marriage) के लिए आने वाले सम्बन्धों पर भी असर पड़ रहा है। नगर निगम क्षेत्र में वार्ड नम्बर 59 में दुबे का पुलिया पर पिछले कई दशकों से कूड़ा डंप करने का काम किया जा रहा है, जिसके कारण लोग परेशानी झेलते रहे हैं लेकिन इस बार लोगों की नाराजगी खुलकर सामने आ गई है और लोग आन्दोलन पर उतर आए हैं।
देवर की नहीं हो पा रही शादी
धरने में शामिल स्थानीय निवासी सीमा कंचन बताती हैं कि उनके देवर की शादी नहीं हो पा रही है। लोग पूछते हैं कि आपके घर का पता क्या है। जब हम बताते हैं कि कूड़ाघर तो कहते हैं कि यह कैसा एड्रेस है। जब सम्बन्ध वाले देखने आये तो बोले कि यहां इतनी गंदगी है। यहां तो कोई सुरक्षित रह ही नहीं सकता। हमारे सफाई करने से क्या होगा। चार मोहल्ले का कचरा यहीं डाला जा रहा है। स्कूल जाने वाले बच्चे बदबू के कारण परेशान होते हैं। शकुंतला कहती हैं कि कूड़ाघर के कारण यहां कोई बिजनेस सफल नहीं हो पाता। यहां प्रोपर्टी की कीमत बहुत गिर गई है। शादी-विवाह में भी दिक्कतें आती हैं।
कूड़ाघर के निकट सात दिन से धरना
दुबे की पुलिया के निकट स्थानीय लोग एक अक्टूबर से धरने पर बैठे हैं। गुरुवार को उनके धरने का सातवां दिन रहा। धरना स्थल पर बाकायदा बैनर लगाया गया है और धरना शुरू करने से पहले कूड़ाघर हटाओ समिति का गठन किया गया है। महात्मा गांधी की तस्वीर को धरना स्थल पर रखकर लोग सुबह से शाम तक धरने पर बैठते हैं। धरना स्थल पर लगे बैनर में साफतौर पर लिखा गया है कि मोहल्ले के लोग आगामी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) का बहिष्कार करेंगे।
धरने पर बैठे लोगों के मुताबिक इस कूड़ाघर से वार्ड नम्बर 19, 20, 42, 58 और 59 के लोग परेशान हैं क्योंकि यहां से होकर कई स्थानों के लिए सड़क जाती है और बच्चों को स्कूल जाने के लिए इस रास्ते का उपयोग करना पड़ता है। इसके अलावा बड़ाबाजार आने के लिए बड़ी आबादी इस सड़क का इस्तेमाल करती है और कूड़ेघर को पार करना सबकी मजबूरी बन जाती है। यहां कूड़े के ढेर पर दिन भर आवारा जानवरों का जमावड़ा रहता है, जिससे स्थानीय लोगों और खासकर बच्चों की सुरक्षा पर खतरा मंडराता रहता है।
विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान
धरना स्थल पर बैठे कूड़ाघर हटाओ समिति के अध्यक्ष गोलू अग्रवाल बताते हैं कि मोहल्ले के लोगों ने एक समिति बनाई है। हम सात दिनों से धरने पर बैठे हैं। चुनाव के बहिष्कार (Boycott) का ऐलान इसलिए है क्योंकि पांच वार्डों का नगर निगम की ट्रालियों द्वारा मेन रोड पर कचरा डाल दिया जाता है। इससे तमाम तरह की बीमारियां फैल रही हैं। जाम लगता है और लोगों को सुनने की भी समस्या आने लगी है। इतनी गम्भीर समस्या है कि दो-दो चार-चार घण्टे जाम लगा रहता है। यहां बदबू इतनी आती है कि लगता है कि मोहल्ले को छोड़कर जंगल में चले जाएं। इन परेशानियों के बाद मोहल्ले ने कहा कि हम विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) का बहिष्कार करते हैं और सभी लोग धरने पर बैठ गए।
स्वच्छता अभियान पर सवाल
सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय निवासी अजीत राय कहते हैं कि हम सात दिनों से धरने पर हैं। इस जगह पर आये दिन जाम लग जाता है। गाय दिन भर कूड़ा खाती हैं। सांड आपस में लड़ते हैं। कई लोग घायल हो चुके हैं। हमारी सरकार से मांग है कि जल्द से जल्द कूड़ाघर हटाया जाए। मयंक तिवारी कहते हैं कि झांसी (Jhansi) के वार्ड नम्बर 59 में स्वच्छ भारत अभियान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। सभी अफसरों को इस समस्या की जानकारी है। संजय गुंसाई कहते हैं कि यह समस्या बहुत सालों से है। स्वच्छता में झांसी को नम्बर वन बताया गया है। क्या इस तरह नम्बर वन होता है।
स्थायी समाधान तक जारी रहेगा धरना
सात दिनों तक हुए धरने के बाद इस मामले में नगर निगम प्रशासन की ओर से कुछ सक्रियता दिखाई देने लगी है। जेसीबी और गाड़ियों से यहां से लगातार कूड़ा हटाया जा रहा है और अफसर कई बार यहां निरीक्षण कर चुके हैं। हालांकि स्थानीय निवासियों का अनिश्चितकालीन धरना जारी है और उनका साफ कहना है कि जब तक यह कूड़ाघर पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता और समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकल जाता, आंदोलन जारी रहेगा।