बिहार बना देश का पहला महिला कमांडो तैयार करने वाला राज्य, आतंकियों-नक्सलियों से लेंगी लोहा

महिला कमांडो की स्पेशल टीम कई मायनों में अन्य सुरक्षा बलों से अलग है। बिहार पुलिस की महिला कमांडो का यह दस्ता वैसे मोर्चे पर सुरक्षा संभालेगी जहां चुनिंदा फोर्स की तैनाती होती है

Update: 2021-09-07 10:58 GMT

(बिहार पुलिस की महिला कमांडो का यह दस्ता वैसे मोर्चे पर सुरक्षा संभालेगी जहां चुनिंदा फोर्स की तैनाती होती है)

पटना। एक ओर जहां अन्य राज्यों में समाज द्वारा बेटियों पर तमाम तरह की पाबंदियां लगाई जाती हैं, वहीं दूसरी ओर बिहार अपने राज्य की बेटियों को आतंकियों और नक्सलियों से भीड़ने के लिए सशक्तकर रहा है। बिहार (Bihar) देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जिसने महिला कमांडो की टीम टैयार की है।

राज्य की कुल 92 चुनिंदा महिला सिपाहियों को बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस (Bihar Special Armed Police) के विभन्न बटालियनों से चुनकर महाराष्ट्र के मुतखेड स्थित सीआरपीएफ (CRPF) सेंट्रल ट्रेनिंग सेंटर भेजा गया है, जहां सभी महिला सिपाहियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। इन महिला सिपाहियों को आतंकियों- नक्सलियों से मुकाबला करने के साथ-साथ वीवीआईपी सुरक्षा को लेकर भी तैयार किया जाना है। उन्हें वहां विपरीत परिस्थितियों से मुकाबला करने से लेकर तमाम छोटे-बड़े हथियारों को चलाने की ट्रेनिंग भी दी जाएगी।

बिहार में पहले हो चुकी ट्रेनिंग

आपकों बता दें कि बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के विभन्न बटालियनों से चुनी गयी 92 महिला सिपाहियों को महाराष्ट्र भेजने से पहले बिहार में प्री-कंडीशनिंग ट्रेनिंग दी जा चुकी है, जिसका मकसद महाराष्ट्र में होने वाले कठिन ट्रेनिंग के लिए महिला सिपाहियों को मानसिक और शारीरिक तौर पर मजबूत करना था।

कई मायनों में अन्य सुरक्षा बलों से अलग है यह महिला कमांडो का दस्ता

महिला कमांडो की स्पेशल टीम कई मायनों में अन्य सुरक्षा बलों से अलग है। बिहार पुलिस की महिला कमांडो का यह दस्ता वैसे मोर्चे पर सुरक्षा संभालेगी जहां चुनिंदा फोर्स की तैनाती होती है। इन्हें आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस), विशेष टास्क फोर्स (एसटीएफ) और स्पेशल सिक्योरिटी ग्रुप (एसएसजी) में प्रतिनियुक्त किया जाएगा। इसके अलावा ये महिला कमांडो की टीम एसएसजी में शामिल होकर मुख्यमंत्री के सुरक्षा का जिम्मा भी संभालेंगी।

बिहार की अन्य बेटियों को मिलेगा प्रोत्साहन

सूबे के सरकार के इस फैसले से राज्य की अन्य बेटियों का भी होसला मिलेगा।ऐसी लड़कियां जो देश सेवा के खातिर पुलिस बल में जाने की इच्छा रखती हैं, वो सरकार के इस पहल से प्रोत्साहित होंगी औऱ राज्य को ऊंचाई के नई बुलंदियों तक पहुंचाएंगी।

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