अब देश के हवाई अड्डों पर निजी सुरक्षा गार्ड संभालेंगे सिक्योरिटी की जिम्मेदारी, एक ही झटके में CISF के 3049 पद समाप्त

देश के हवाई अड्डों के गैर-संवेदनशील जगहों पर सीआईएसएफ ( CISF ) के बदले निजी सुरक्षा गार्ड सुरक्षा में तैनात किए जाएंगे।

Update: 2022-09-06 04:24 GMT

देश के प्रमुख हवाई अड्डों पर सीआईएसएफ के 3049 पद समाप्त, अब निजी सुरक्षा गार्ड संभालेंगे जिम्मेदारी

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ( Modi government ) ने हवाई अड्डों की सुरक्षा ( airport Security ) को लेकर एक बड़ा नीतिगत फैसला लिया है। सरकार के इस फैसले का असर रोजगार पड़ा है। इस फैसले से एक ही झटके में हवाई अड्डों पर तैनात सीआईएसएफ ( CISF ) के पदों को खत्म करने और सुरक्षा व्यवस्था को निजी कंपनियों के हाथों में सौंपने की शुरुआत हो गई है। इस योजना के तहत केंद्र सरकार ने भारतीय एयरपोर्ट्स ( Indian airport ) पर सुरक्षा ढांचे में बड़ा बदलाव करते हुए 3049 से अधिक सीआईएसएफ पदों को खत्म कर दिया है। अब हवाई अड्डों के गैर-संवेदनशील जगहों पर सीआईएसएफ की बदले निजी सुरक्षा गार्ड ( Personal security guard ) तैनात किए जाएंगे।

नागर विमानन मंत्रालय और गृह मंत्रालय की तरफ से संयुक्त रूप से तैयार 2018-19 कार्य योजना को अब देश भर के 50 असैन्य हवाई अड्डों पर लागू किया जा रहा है। इसका क्रियान्वयन नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल मिलकर करेंगे। विमानन सुरक्षा के नियामक संगठन बीसीएएस की योजना के मुताबिक सीआईएसएफ के कुल 3,049 विमानन सुरक्षा पदों को खत्म कर दिया गया है और उनकी जगह पर 1,924 निजी सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे।

देश की सुरक्षा से खिलवाड़ : सुरजेवाला

सरकार के इस फैसले के खिलाफ कांग्रेस ने तीखे तेवर अपना लिए हैं। कांग्रेस से महासचिव और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि तालाबंदी ही भाजपा का चरित्र है। मोदी सरकार के इस कदम से ताला लगाने की तैयारी बताया है। फौज में भर्ती खत्म करने के बाद अब सीआईएसएफ जैसी जाबांज फोर्स पर भी ताला लगाने की तैयारी। मोदी सरकार अब सुरक्षा एजेंसियों की भर्ती बंद और पद खत्म एक ओर देश की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रही है, और दूसरी और राष्ट्र सेवा व रोज़गार के मौके पर बंद कर रही है।

बीसीएएस देगा निजी सुरक्षाकर्मियों की मंजूरी

वहीं बीसीएएस के संयुक्त महानिदेशक जयदीप प्रसाद के मुताबिक निजी सुरक्षा एजेंसियों और उनके कर्मियों को मंजूरी बीसीएएस देगा और वे विमानन सुरक्षा के लिए बने नियमों से संचालित होंगे। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि दिल्ली, मुंबई तथा अन्य हवाईअड्डों पर गैर-संवदेनशील ड्यूटी के लिए निजी सुरक्षाकर्मी लगाए गए हैं। इनमें कतार प्रबंधन, एयरलाइन कर्मियों और यात्रियों को सुरक्षा सहायता और टर्मिनल क्षेत्र के भीतर कुछ स्थानों पर निगरानी जैसे काम शामिल हैं।

65 हवाई अड्डों पर तैनात हैं 33000 जवान

फिलहाल 65 नागरिक हवाईअड्डों पर उड्डयन समूह के 33 हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं। इनमें से 3049 पद खत्म किए गए हैं। हालांकि दावा किया जा रहा है कि इस फैसले से विमानन क्षेत्र में 1900 से अधिक नौकरियां पैदा होंगी। इसके साथ ही अधिकारी ने यह साफ किया कि हवाईअड्डा में प्रवेश पर यात्रियों के विवरण की जांच, यात्रियों की जांच, तोड़फोड़-रोधी अभियान, आगे की जांच और सभी आतंकवाद-रोधी सेवाएं सीआईएसएफ पहले की ही तरह देती रहेगी। 

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