Cyber Crime : चंडीगढ़-पंजाब में रोज 100 से ज्यादा साइबर क्राइम, 1 साल में 720 करोड़ रुपए की ठगी, मजदूरों के बैंक खाते खरीद ठग करते हैं पैसे ट्रांसफर
Cyber Crime : चंडीगढ़ और पंजाब की बात करें तो यहां रोज 100 से अधिक साइबर ठगी की शिकायतें स्पेशल साइबर सेल के पास आ रही हैं, कई शिकायतों में रकम हजारों में है तो कई में लाखों तक पहुंच जाती है...
Cyber Crime : भारत में 'डिजिटल इंडिया' मुहिम के बाद ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर करने की रफ्तार जिस गति से बढ़ी है, उसी गति से साइबर अपराध की शिकायतें भी आ रही हैं। चंडीगढ़ और पंजाब की बात करें तो यहां रोज 100 से अधिक साइबर ठगी की शिकायतें स्पेशल साइबर सेल के पास आ रही हैं। कई शिकायतों में रकम हजारों में है, तो कई में लाखों तक पहुंच जाती है।
किराए के मोबाइल नंबरों से की जाती है ठगी
'दैनिक भास्कर' की खबर के अनुसार जिस मोबाइल नंबर से कॉल आती है और जिस अकाउंट में ठगी के पैसे ट्रांसफर किए जाते हैं, वह सब किराए के होते हैं। मात्र 5000 रुपए में जिन लोगों ने अपने खाते बेचे होते हैं। वे उड़ीसा, मध्य प्रदेश, झारखंड के आदिवासी या फिर गरीब ग्रामीण होते हैं। अलग-अलग खातों से ट्रांसफर हुए पैसों को निकालने के लिए अलग टीम होती है। वो 100 किमी दूर जाकर तय समय पर पैसे एटीएम से निकालते हैं। इसके लिए उन्हें 5 से 7% कमीशन मिलता है। पुलिस जब तक इन मामलों की छानबीन करती है तब तक शातिर ठग एटीएम कार्ड व खाते से संबंधित दस्तावेज उनको लौटा देते हैं जिनसे वे किराए पर लिए होते हैं।
ठग 100 किलोमीटर दूर जाकर ATM से निकालते है पैसे
ठग पकड़े ना जाएं इसलिए किराए के अकाउंट व एटीएम कार्ड को पुलिस के पहुंचने से पहले ही उन्हें लौटा देते हैं, जिनसे वे लिए होते हैं। साथ ही एटीएम से विड्रॉ करने के लिए अलग टीम होती है। 5-7% कमीशन है। ठग 100 किलोमीटर दूर जाकर पैसे निकालते हैं।
किराए पर लेते है गरीब लोगों का बैंक अकॉउंट
साइबर ठग के मास्टर माइंड दिल्ली, हरियाणा के मेवात और भरतपुर, झारखंड, यूपी के मथुरा में बैठे हैं। ये अपने नेटवर्क के माध्यम से गरीब लोगों व आदिवासियों के बैंक अकाउंट 4 से 5 दिनों के लिए किराए पर लेते हैं। ठग बहाना बनाते हैं कि उनकी बड़ी पेमेंट आनी है। यदि वे अपने खाते में मंगवाएगें तो उनको हजारों रुपय टैक्स लग जाएगा। यदि उन लोगों के खाते में डलवाते हैं तो टैक्सी फ्री रहेगा।
पंजाब में साइबर अपराध की 100 से ज्यादा शिकायतें
दैनिक भास्कर में छपी खबर के अनुसार चंडीगढ़ और पंजाब में रोजाना साइबर अपराध के 100 से ज्यादा शिकायतें आती हैं। दोनों राज्यों में रोजाना 20 से 25 लाख रुपए की ठगी हो रही है। एक महीने की बात की जाए तो 60 से 70 करोड़ और सालाना कैलुकेट किया जाए तो करीब 720 करोड़ से अधिक रुपयों की ठगी हो रही है। साथ ही एटीएम से विड्रॉ करने के लिए अलग टीम होती है।
ठगी के पैसे ट्रांसफर करवाने के लिए वर्चुअल खाते का इस्तेमाल
पंजाब स्टेट साइबर सेल डीआईजी निलांबरी जंगदले ने बताया कि साइबर ठगों ने मॉडस अप्रेंडी में बदलाव भी किया है। अब ठगी के पैसे ट्रांसफर करवाने के लिए वर्चुअल खाते का इस्तेमाल करने लगे हैं। बता दें कि पुलिस के पास ऐसे कई मामले आए हैं। वर्चुअल खाते के लिए कस्टमर को बैंक में नहीं जाना होता बल्कि ऑनलाइन दस्तावेज अपलोड करने से खाता खुल जाता है।