भारतीय सेना ने LOC पार कर आए पीओके के युवक को वापस भेजा
सेना ने कहा, "युवाओं को उनकी वापसी से पहले कपड़े और मिठाई भेंट की गई थी। प्रत्यावर्तन के अवसर पर, कराह के नागरिक प्रशासन के प्रतिनिधि मौजूद थे। बुधवार को सुबह 11.50 बजे यह आदान-प्रदान हुआ।"
श्रीनगर। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) का एक युवक अनजाने में नियंत्रण रेखा पारकर भारतीय क्षेत्र में घुस आया था। उसे एलओसी पर टिथवाल में एक क्रॉसिंग पॉइंट से लौटा दिया गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी बुधवार को दी। भारतीय सेना ने कहा कि 5 अप्रैल की रात पीओके के एक युवक ने अनजाने में उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के करनाह में नियंत्रण रेखा पार की।
सेना ने कहा, "युवक की पहचान पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर के लीपा क्षेत्र से आए मंजूर अहमद के बेटे मौसाम के रूप में हुई। उसे रात में नियंत्रण रेखा पर तैनात भारतीय सैनिकों ने उचित देखभाल के साथ शरण दी। युवक के पता-ठिकाने के बारे में पाकिस्तानी अधिकारियों को सूचित किया गया।"
सेना ने आगे कहा कि हॉटलाइन पर दोनों पक्षों के अधिकारियों के बीच बातचीत के आधार पर, भारतीय अधिकारियों ने मानवता दिखाते हुए टिथवाल क्रॉसिंग पॉइंट पर युवक को अपने पाकिस्तानी समकक्षों के पास वापस भेज दिया।
सेना ने कहा, "युवाओं को उनकी वापसी से पहले कपड़े और मिठाई भेंट की गई थी। प्रत्यावर्तन के अवसर पर, कराह के नागरिक प्रशासन के प्रतिनिधि मौजूद थे। बुधवार को सुबह 11.50 बजे यह आदान-प्रदान हुआ।"
सेना के अधिकारियों ने कहा कि एलओसी के पास वाले गांवों से अनजाने में सीमा के पार चले जाने की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। हालांकि, भारतीय पक्ष हमेशा मानवीय मुद्दों को ध्यान में रखते हुए भूले-भटके लोगों को वापस लौटने में तत्पर रहा है।
एलओसी से लगते किशनगंगा नदी पर स्थित टिथवाल क्रॉसिंग ब्रिज दोनों पक्षों के बीच शांति के बिंदु के रूप में काम कर रहा है। इस स्थल पर सीमा के दोनों ओर के बहुत से लोग पहुंचते हैं और यह एक पर्यटक स्थल के रूप में उभर रहा है, खासकर भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए संघर्ष विराम के बाद।