LIVE चैट में लड़कियां उतारती थीं कपड़े तो देश की खुफिया जानकारी ISI को देता था सत्यनारायण

सोशल मीडिया पर सत्यनारायण से 5 लड़कियां एक ग्रुप बनाकर लगातार बात करती थीं, लाइव चैटिंग के दौरान ये लड़कियां एक के बाद एक सत्यनारायण के सामने अपने कपड़े उतारने लगतीं, ऐसे में वह खुद पर काबू नहीं रख पाया और सेना से जुड़ी महत्वपर्ण जानकारी उन्हें देने लगा...

Update: 2021-01-12 12:19 GMT

जनज्वार ब्यूरो/जैसलमेर। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को भारतीय सेना की महत्वपूर्ण जानकारी देने वाला शख्स पुलिस की गिरफ्त में है। उसे जैसलमेर जिले की पोखरण फायरिंग रेंज के पास सटे लाठी गांव से देश की खुफिया एजेंसियों ने पूछताछ के लिए उठाने के बाद रविवार 10 जनवरी को गिरफ्तार कर लिया है।

भारतीय सेना की जानकारी दुश्मन देश को देने वाले इस शख्स की पहचान सत्यनारायण पालीवाल के रूप में की गई है। गिरफ्तारी के बाद हुई पूछताछ में उसने कई खुलासे किए हैं। दावा है कि पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई ने उसे हनीट्रैप के जाल में फंसा रखा था।

जानकारी के मुताबिक सत्यनारायण पालीवाल से सोशल मीडिया पर आईएसआई से जुड़ीं कई लड़कियां लाइव चैटिंग करती थीं। वह एक के बाद एक अपने कपड़े उतारतीं और सत्यनारायण से देश की सुरक्षा से जुड़ी सारी खुफिया जानकारी हासिल कर लेतीं। हालांकि सूचना देने के बदले सत्यपाल को कभी भी रुपये नहीं मिले। वह सेना से जुड़े राज और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी करीब सवा साल से आईएसआई को देता आ रहा था।

लाठी गांव और आसपास के क्षेत्रों में सत्यनारायण पालीवाल नेताजी के नाम से मशहूर है। लोगों ने बताया कि इस क्षेत्र में उसका राजनीतिक दखल अच्छा—खासा था। ऐसे में वह आसानी से अपने काले कारनामों को अंजाम दे देता था।

उस पर​ किसी को शक भी नहीं होता था, क्योंकि स्थानीय राजनेताओं और पुलिस प्रशासन में उसकी अच्छी-खासी पैठ थी। इन सब वजहों के चलते पाक खुफिया एजेंसी की नजर उस पर पड़ी और जल्द ही आईएसआई की महिला एजेंट ने उसे हनी ट्रैप के जाल में फांस लिया।

दरअसल, सेना लाठी गांव के पास ही में स्थित फायरिंग रेंज की हर गतिविधि की जानकारी सरपंच को देती है, ताकि सरपंच गांव वालों को उस क्षेत्र से दूर रहने के लिए सचेत कर सके। जांच में पता चला कि सत्यनारायण के भाई की पत्नी गांव की सरपंच रह चुकी है और सत्यनारायण सरपंच प्रतिनिधि की भूमिका निभाता था। ऐसे में वह सेना की हर गतिविधि की जानकारी लड़कियों के जाल में फंसकर उन्हें भेजता रहता था।

सोशल मीडिया पर सत्यनारायण से 5 लड़कियां एक ग्रुप बनाकर लगातार बात करती थीं। लाइव चैटिंग के दौरान ये लड़कियां एक के बाद एक सत्यनारायण के सामने अपने कपड़े उतारने लगतीं। ऐसे में वह खुद पर काबू नहीं रख पाया और सेना से जुड़ी महत्वपर्ण जानकारी उन्हें देने लगा। इन पांच लड़कियों में से एक जो खुद को सोनिता कुमारी बताती थी, यह दावा करती थी कि वह एक प्रतिष्ठित हिन्दी दैनिक समाचार पत्र की संपादक है और बाकि की लड़कियां उसके यहां काम करने वाली पत्रकार हैं।

आईएसआई ने पश्चिमी राजस्थान में अपने कई स्लीपिंग सेल सक्रिय कर रखे हैं, क्योंकि इस क्षेत्र में सैन्य गतिविधियां हमेशा चलती रहती हैं। ऐसे में किसी स्लीपिंग सेल के एजेंट ने आईएसआई को जानकारी दे दी कि सत्यनारायण पालीवाल के पास सेना से जुड़ीं महत्वपूर्ण सूचनाएं रहती हैं। उन्होंने सत्यनारायण का मोबाइल नंबर भी पाक खुफिया एजेंसी को भेज दिया। इसके बाद आईएसआई ने इन लड़कियों को उसे फांसने के लिए सक्रिय किया। कुछ दिन में ही लड़कियों ने अपनी चिकनी-चुपड़ी बातों से सत्यनारायण को साध लिया। फिर एक के बाद एक अहम जानकारियां देता गया।

पूछताछ में सत्यनारायण पालीवाल ने बताया, खुद को भारतीय बताकर महिला एजेंट ने उससे फेसबुक चैटिंग करके दोस्ती की। इसके बाद महिला एजेंट ने हनी ट्रैप में फंसाने के लिए सत्यनारायण को वीडियो कॉल करना शुरू कर दिया, और फिर उसे कई न्यूड फोटो भी भेजे।

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