पाकिस्तान में 40 हजार आतंकवादियों का ठिकाना, मिलती हैं तमाम सुविधाएं : टीएस तिरुमूर्ति

अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने की वर्षगांठ पर संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने एक इंटरव्यू में कई अहम बातें कही हैं...

Update: 2020-08-04 07:45 GMT

संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति।

जनज्वार। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के एक साल पूरा होने पर इस मामले में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर खरी-खरी सुनायी है। उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान 40 हजार से ज्यादा आतंकवादियों का ठिकाना है और उन्हें वहां तमाम सुविधाएं दी जा रही हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट रूप से कहा कि कश्मीर अंतरराष्ट्रीय नहीं बल्कि दो देशों के बीच का मामला है और इसे बातचीत से ही सुलझाया जा सकता है।

तिरुमूर्ति ने कहा है कि दुनिया जानती है कि पाकिस्तान ही आतंकवादियों और आतंकवाद का गढ है। उन्होंने कहा कि दुनिया के बड़े आतंकवादियों का कनेक्शन पाकिस्तान से ही रहा है। उन्होंने कहा कि आज भी वहां कई आतंकवादी संगठन खुले तौर पर काम कर रहे हैं। उन्होंने ऐसे संगठनों में जमात-उद-दावा, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन का नमा लिया। उन्होंने कहा कि इसके अलावा भी कई संगठन वहां सक्रिय हैं।

तिरुमूर्ति ने एक इंटरव्यू में कहा, कई मौकों पर यूएन ने पाकिस्तान के आतंकी संगठनों के सक्रिय होने और दूसरे देशों में उनके द्वारा हमले की बात मानी है। हाल में इन संगठनों की निगरानी और इनको मिलने वाली आर्थिक मदद पर रोक लगाने की बात कही गई थी। उन्होंने कहा कि समय-समय पर आइएसआइएस व अल कायदा के खतरों की भी बात होती है। उन्होंने कहा कि इन सब में एक चीज काॅमन है कि सबमें पाकिस्तान का नाम आता है।

उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान कश्मीर जो राग अलाप रहा है, कोशिशें कर रहा है, उसका कोई फायदा उसे नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा उसकी साजिश व कोशिश को बेनकाब व विफल किया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में पास ऐसी कोई आवाज नहीं है जो संयुक्त राष्ट्र में सच साबित हो।

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