तमिलनाडु में डॉक्टर से पुलिस ने की बदसलूकी और मारपीट, मानवाधिकार आयोग ने मांगी रिपोर्ट
होम्योपैथिक डॉक्टर तमिलारासन ने मीडिया को बताया कि पुलिसवालों ने मुझे गाली दी और बाद में मेरे चेहरे पर मुक्का मारा, वे मुझे तल्लाकुलम थाने ले गए और मुझे धमकाया। उन्होंने मुझे पानी भी नहीं दिया और बाद में सब-इंस्पेक्टर और उनकी टीम ने मेरे साथ मारपीट की...
चेन्नई। तमिलनाडु राज्य मानवाधिकार आयोग ने मदुरै के कलाईवनन नगर के होम्योपैथिक डॉक्टर तमिलारासन की शिकायत पर मदुरै शहर के पुलिस आयुक्त से रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने पुलिस आयुक्त का निर्देश दिया है कि वह नोटिस के तीन सप्ताह के भीतर डॉक्टर पर कथित हमले के बारे में विस्तृत रिपोर्ट दें।
मदुरै के राजकीय राजाजी अस्पताल में कॉविड ड्यूटी पर तैनात होम्योपैथिक चिकित्सक तमिलारासन 10 अप्रैल को दोपहिया वाहन से काम पर जा रहे थे, उसी दौरान बीबी कुलम जंक्शन पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया।
डॉक्टर ने अपना पहचानपत्र दिखाया और पुलिस को बताया कि वह मदुरै के राजकीय राजाजी अस्पताल में काम करने जा रहे हैं और उनकी कोविड ड्यूटी लगी हुई है।
उन्होंने पुलिसकर्मियों को यह भी बताया था कि वह अस्पताल में इमरजेंसी ड्यूटी पर हैं और इसलिए हड़बड़ी में थे। फिर भी पुलिसकर्मियों ने यह हवाला देते हुए कि उन्होंने फेस मास्क नहीं पहना है, उनके साथ कथित तौर पर गाली-गलौज और मारपीट की थी।
होम्योपैथिक डॉक्टर तमिलारासन ने मीडिया को बताया कि पुलिसवालों ने मुझे गाली दी और बाद में मेरे चेहरे पर मुक्का मारा। वे मुझे तल्लाकुलम थाने ले गए और मुझे धमकाया। उन्होंने मुझे पानी भी नहीं दिया और बाद में सब-इंस्पेक्टर और उनकी टीम ने मेरे साथ मारपीट की।
मारपीट की घटना के बाद डॉक्टर तमिलारासन ने मदुरै शहर के पुलिस आयुक्त प्रेमानंद सिन्हा को स्थानीय पुलिस के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। राज्य मानवाधिकार आयोग मदुरै पुलिस आयुक्त को पहले ही सूचित कर चुका है कि यदि तीन सप्ताह के भीतर कोई जवाब नहीं आता है तो वह आगे की कार्रवाई करेगा।