NIA ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम पर रखा 25 लाख रुपये का इनाम, मगर अन्य आतंकियों की तरह क्यों नहीं जारी की नयी तस्वीर
Dawood Ibrahim: दाऊद इब्राहिम, छोटा शकील, अनीस इब्राहिम, जावेद चिकना और टाइगर मेमन के खिलाफ हथियारों की तस्करी, नार्को टेररिज्म, अंडरवर्ल्ड क्रिमिनल सिंडिकेट, मनी लॉन्ड्रिंग और गलत तरीके से जमीन हड़पने का आरोप लगाये गये हैं। इस एफआईआर (FIR) में इनके जैश और अलकायदा जैसे आतंकी संगठनों के साथ जुड़े होने का भी जिक्र है....
Dawood Ibrahim News : देश के सबसे बड़े मोस्ट वांटेड माफिया और डी कंपनी के सरगना दाऊद इब्राहिम पर नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने शिकंजा कसा है। साथ ही NIA ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम पर 25 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। इसके अलावा दाऊद गैंग के अन्य सदस्यों जैसे छोटा शकील पर 20 लाख रुपये और अनीस इब्राहिम, जावेद चिकना और टाइगर मेमन पर 15-15 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है।
बता दें कि NIA ने इसी साल 3 फरवरी को इनके खिलाफ एक FIR दर्ज की थी। इसमें दाऊद इब्राहिम, छोटा शकील, अनीस इब्राहिम, जावेद चिकना और टाइगर मेमन के खिलाफ हथियारों की तस्करी, नार्को टेररिज्म, अंडरवर्ल्ड क्रिमिनल सिंडिकेट, मनी लॉन्ड्रिंग और गलत तरीके से जमीन हड़पने का आरोप लगाये गये हैं। इस एफआईआर (FIR) में इनके जैश और अलकायदा जैसे आतंकी संगठनों के साथ जुड़े होने का भी जिक्र है।
पहले से घोषित है 25 मिलियन डॉलर का इनाम
दाऊद इब्राहिम पिछले कई सालों से पाकिस्तान के कराची में रह रहा है। इस पर UNSC (संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद) ने भी 25 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है। दाऊद पर 1993 के मुंबई बम धमाके के अलावा भारत में हुई कई आतंकी घटनाओं की साजिश रचने का आरोप है। यूनाइटेड नेशन्स के मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों की लिस्ट में भी हाफिज सईद, मौलाना मसूद अजहर, सैयद सलाउद्दीन और अब्दुल रऊफ असगर के साथ दाऊद का नाम भी शामिल है।
पहली बार एनआईए ने सार्वजनिक तौर पर किसी को पकड़ने या जानकारी देने की एवज में इतना बड़ा इनाम का घोषित किया है, मगर एक बात सबसे अलग यह है कि एनआईए द्वारा पहली बार छोटा शकील, अनीस इब्राहिम, जावेद चिकना और टाइगर मेमन की पुरानी और नई तस्वीरें एक साथ जारी की हैं, मगर सबसे बड़ी बात यह है कि दाऊद की कोई नई फोटो जारी नहीं की गयी है। उसकी वही फोटो जारी की गई है जो 1993 मुंबई धमाकों के बाद कई सरकारी एजेंसियों ने जारी की थी।
जानकारी के मुताबिक NIA को जानकारी मिली थी कि डी कंपनी ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI और आतंकी समूहों की मदद से भारत में खास यूनिट तैयार की है, जिसके जरिए बड़े राजनेताओं और कारोबारियों को निशाना बनाने की योजना है। साथ ही एजेंसी को यह भी जानकारी मिली थी कि इसके जरिए वह आतंकियों और स्लीपर सेल्स को भी मदद मुहैया कराएगा। इसी इनपुट के आधार पर इस साल फरवरी में इब्राहिम के खिलाफ नया मामला दर्ज किया था।
1980 और 90 के दशक में बॉम्बे अंडरवर्ल्ड के बेताज बादशाह रहे इस डॉन को भारत की पुलिस और कई एजेंसियां आज भी ढ़ूंढ रही है। इसके पीछे इंटरपोल की पुलिस भी लगी हुई है, उसके खिलाफ रेड कार्नर नोटिस भी जारी किया जा चुका है। 1993 के मुंबई बम धमाकों के बाद से आतंक का चेहरा बना मुंबई का वो डॉन भारत की मोस्ट वांटेड लिस्ट में टॉप पर है। मुंबई की इस सबसे बड़ी आतंकी वारदात में 257 लोगों की मौत हुई थी और करीब 800 लोग घायल हुए थे। जिसका मास्टर माइंड था अंडरवर्ल्ड डॉन 'दाऊद इब्राहिम।' मुंबई की गलियों से निकल कर दाऊद इब्राहिम अंडर वर्ल्ड का बादशाह कैसे बना, ये कहानी भी बड़ी दिलचस्प है।
अंडरवर्ल्ड डॉन 'दाऊद ने जुर्म की दुनिया में कैसे रखा कदम
दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) का जन्म 27 दिसंबर, 1955 को महाराष्ट्र के रत्नागिरी में हुआ था। उसका पूरा नाम शेख दाउद इब्राहिम कास्कर है। उसके पिता शेख इब्राहिम अली कास्कर मुंबई पुलिस में हवलदार थे। परिवार बड़ा था, इसलिए उन्हें खर्च चलाने में दिक्क्त होती थी। स्कूल में पढ़ाई के दौरान बुरी सोहबत में पड़े दाऊद ने चोरी, डकैती और तस्करी शुरू कर दी। इससे परेशान होकर घरवालों ने उसकी शादी बीना जरीना नाम की लड़की से कर दी। लेकिन वो जुर्म की दुनिया में आगे बढ़ता जा रहा था। दाऊद ने एक बिजनेसमैन को लूटकर जुर्म की दुनिया में कदम रखा था। फिर इसके लिए उसे जेल भी जाना पड़ा था।
पिता ने घर से निकाला
कहा जाता है कि दाऊद के जेल से आने के बाद पिता ने घर से निकाल दिया। घर से निकाले जाने के बाद दाऊद मुंबई के तब के डॉन करीम लाला के गैंग में शामिल हो गया। करीम लाला से जुर्म की दुनिया के सारे पैंतरे सीखने के बाद दाऊद ने अपने भाई साबिर के साथ अलग गैंग बना लिया। 1980 के दशक में मुंबई में हाजी मस्तान और करीम लाला का राज था। दाऊद ने धीरे-धीरे इन दोनों को पीछे छोड़ दिया। मीडिया ने उसके गैंग को नाम दिया 'डी-कंपनी।'
दाऊद के बड़े भाई की हत्या के बाद शुरू हुआ खूनी गैंगवार
दूसरी तरफ करीम लाला के पठान गैंग की नज़रों में दाऊद अखरने लगा था। पठान गैंग ने उस समय तेजी से उभर रहे डॉन मान्या सुर्वे के साथ मिलकर दाऊद के बड़े भाई की हत्या कर दी। फिर मुंबई में खूनी गैंगवार शुरु हो गई। और इस गैंगवार में पठान गैंग और मान्या सुर्वे के ज्यादातर साथी या तो मौत के घाट उतार दिए गए, या फिर डर के मारे दाऊद के गैंग में शामिल हो गए।
मान्या सुर्वे के एनकाउंटर बाद दाऊद विरोधी गैंग का हुआ खात्मा
मान्या दाऊद से बचता रहा, लेकिन मुंबई पुलिस से नहीं बच पाया, 1982 में एक पुलिस एनकाउंटर में मान्या सुर्वे इंस्पेक्टर इशाक बागवान की गोली से मारा गया। इस एनकाउंटर के बाद दाऊद के सारे विरोधी गैंग खत्म हो गए, या फिर उसके साथ मिल गए थे। इस दौरान हाजी मस्तान ने अपना रास्ता बदलकर राजनीति में कदम रख लिया, और फिर करीम लाला भी किनारे बैठ गया।
मुंबई छोड़ दुबई जाकर चलने लगा डी कंपनी
अब मुंबई में सिर्फ एक ही डॉन था, दाऊद इब्राहिम। मुंबई में उसका खौफ बढ़ा, तो मुंबई पुलिस ने उसे रडार पर ले लिया। पुलिस के शिकंजे से परेशान होकर वो दुबई चला गया और वहीं से अपना गैंग चलाने लगा। कहा जाता है कि दाऊद ने बॉलीवुड की कई फिल्मों में पैसा लगाया और वो क्रिकेट में भी दखल देने लगा था। उसे कई बार दुबई के क्रिकेट स्टेडियम में देखा गया। पुलिस के मुताबिक दाऊद मैच फिक्सिंग और क्रिकेट में सट्टा लगाकर करोड़ों का मुनाफा कमाता था। उसका नाम 'हवाला' और मनी लॉन्ड्रिंग में भी आता रहा।
मुंबई बम ब्लास्ट के बाद दाऊद ने पाकिस्तान में ली पनाह
लेकिन साल 1993 में मुंबई बम ब्लास्ट के बाद भारत समेत पूरी दुनिया की पुलिस उसके पीछे थी। उसने बचने के लिए पाकिस्तान में पनाह ली। कराची में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की निगरानी में दाऊद के छिपे होने की खबरें आम हैं। कई बार उसकी मौत की ख़बर भी आई, लेकिन दाऊद का खास गुर्गा छोटा शकील उसकी मौत की खबर को बेबुनियाद बताता रहा।
बॉलीवुड में डॉन का दखल
दाऊद की कहानी पूरी फिल्मी है। इसीलिए उसके जीवन पर बॉलीवुड में कई फिल्में बन चुकी हैं। कहते हैं कि 'मुंबई' की कई एक्ट्रेस के साथ उसका रिश्ता रहा। इनमें 'राम तेरी गंगा मैली' फिल्म से मशहूर हुई मंदाकिनी का नाम भी शामिल है। कभी दाऊद की प्रेमिका रही मंदाकिनी को कई बार उसके साथ दुबई में देखा गया था। खबरों के मुताबिक, उसका ख़ास गुर्गा छोटा शकील बॉलीवुड की कई फिल्मों में उसके पैसे लगाता रहा।
दाऊद दुनिया के मोस्ट वांटेड टॉप-10 अपराधियों में शामिल साल 2011 में फोर्ब्स मैगजीन ने दुनिया के मोस्ट वांटेड टॉप-10 अपराधियों की जो लिस्ट जारी की थी, उसमे दाऊद नंबर वन पर था। इसके बावजूद वो भारत की पुलिस और इंटरपोल दोनों की गिरफ्त से बाहर है, आए दिन उसका नाम किसी न किसी मामले में चर्चा में रहता है।