राकेश टिकैत पर बदजुबानी करने वाले अभिनेता गजेंद्र चौहान की मांग, राजदीप सरदेसाई से वापस लिया जाए पद्मश्री
एफटीआईआई के पूर्व अध्यक्ष गजेंद्र चौहान ने अपने ट्वीट में लिखा, मेरी मांग है राजदीप से पद्मश्री वापस लिया जाए ,क्या तुम मेरे साथ हो?
नई दिल्ली। अभिनेता और एफटीआईआई के पूर्व चेयरमैन गजेंद्र चौहान ने मांग की है कि है वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई से पद्मश्री वापस लिया जाए। इसको लेकर उन्होंने सोशल मीडिया यूजर्स का साथ मांग है। बता दें कि पुलिस ने राजदीप सरदेसाई के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया है।
गजेंद्र चौहान ने अपने ट्वीट में लिखा, मेरी मांग है राजदीप से पद्मश्री वापस लिया जाए ,क्या तुम मेरे साथ हो?
बता दें कि अभिनेता गजेंद्र चौहान बीते कुछ दिनों से किसान आंदोलन के मुद्दे पर सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हैं। गणतंत्र दिवस के दिन हुई हिंसा के दो दिन बाद चौहान ने अपने ट्वीट में लिखा, 'दिल्ली पुलिस के जवानों में अधिकतर किसानों के बेटे है। फ़र्ज़ी किसान ही उन किसानों के बेटों पर बर्बरता से अत्याचार किये। ये फ़र्ज़ी किसान आज के युग के 'दुर्योधन' और 'शकुनि' है। इनका अंत निश्चित है।'
28 जनवरी को ही उन्होंने कई ट्वीट किए और किसान नेता राकेश टिकैत की गिरफ्तारी की मांग की। एक ट्वीट में उन्होंने कहा कि राकेश टिकैत किसानों को गुमराह कर रहे हैं।
उसी दिन उन्होंने दूसरे ट्वीट में उन्होंने किसान नेता राकेश टिकैत को 'डकैत' तक बता डाला और लिखा, यूपी में एफआईआर होते ही बक्कल उधेड़ने वाले डकेत की अक्कल ठिकाने आ गयी। योगी बाबा जी का जलवा ही अलग है।
किसान नेता राकेश टिकैत जब मीडिया के सामने भावुक हो गए थे तो गजेंद्र चौहान ने अपने ट्वीट में लिखा, सरकार को गोला लाठी देने वाले को कुद ही बाबा जी ने गोली लाठी लगा दी। रोने की क्या बकवास एक्टिंग है।
बता दें कि एफटीआईआई के पूर्व चेयमैन गजेंद्र चौहान अपने विवादित बयानों से अक्सर सुर्खियों में रहते हैं, वहीं पत्रकार राजदीप सरदेसाई भी इन दिनों चर्चाओं में आ गए हैं। खबरों के मुताबिक राष्ट्रपति भवन की तरफ से इंडिया टुडे समूह के चेयरमैन अरुण पुरी को एक पत्र भेजा गया। इस पत्र में पिछले दिनों नेताजी सुभाष चंद्र बोस के चित्र के अनावरण को लेकर पत्रकारों द्वारा सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट का हवाला दिया गया है। राष्ट्रपति के प्रेस सचिव अजय कुमार सिंह की ओर से अरुण पुरी को लिखे पत्र में आरोप लगाया गयाहै कि सुभाष चंद्र बोस की जयंती के दिन भ्रामक खबर चलाई गई।
इसके अलावा राजदीप सरदेसाई का नाम भी उन सात लोगों में शामिल किया गया है जिनके खिलाफ नोएडा के सेक्टर 20 थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। एफआईआर में इन नामजद लोगों पर 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान गलत पोस्ट करने और दंगा भड़काने की साजिश का आरोप लगाया गया है।