केजरीवाल ने की मोदी सरकार से CBSE परीक्षाओं को रद्द करने की अपील, कहा केंद्र बन जायेंगे हॉटस्पॉट
प्रतीकात्मक तस्वीर
जनज्वार। दिल्ली में बेकाबू होते कोरोना के मामलों को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज मंगलवार 13 अप्रैल को खुलकर अपनी बात रखी। केजरीवाल ने कहा कहा कि हमारी सरकार स्थिति को लेकर पूरी तरह सतर्क है और इससे निपटने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा बहुत जरूरी है। सीबीएसई की परीक्षाओं में 6 लाख बच्चे बैठेंगे और 1 लाख टीचर रहेंगे। अगर सुरक्षा के सख्त इंतजाम नहीं किए गए तो परीक्षा केंद्र कोरोना के सबसे बड़े हॉटस्पॉट बन सकते हैं। मेरी केंद्र सरकार से अपील है कि सीबीएसई की परीक्षाओं को रद्द किया जाए। इसके स्थान पर ऑनलाइन परीक्षा या इंटरनल असेसमेंट पर विचार किया जाए।
अरविंद केजरीवाल ने लगातार बढ़ रहे कोरोना केसों को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि लोगों को कई तरह की जिम्मेदारी के लिए घर से निकलना पड़ता है, लेकिन जब ज्यादा जरूरी हो, तभी बाहर निकलें। घर से निकलने पर सारे कोविड प्रोटोकॉल को फॉलो करें, क्योंकि अपनी सुरक्षा अपने हाथ में है। यदि आप 45 साल से अधिक उम्र के हैं, तो तुरंत वैक्सीन लगवाएं। ये वैक्सीन सारे सरकारी अस्पतालों में फ्री में लगाई जा रही हैं।
अरविंद केजरीवाल ने कहा, हम लॉकडाउन नहीं लगाना चाहते, इसके लिए बड़ी प्लानिंग कर रहे हैं और बड़े बैंक्वेट हॉल और होटल को अटैच कर रहे हैं। कम बीमारी वाले मरीजों को बैंक्वेट होल में शिफ्ट करेंगे। किसी को ऑक्सीजन की जरूरत होगी, तो बैंक्वेट हॉल में भी इलाज हो सकता है। बेड की कैपेसिटी बढ़ा कर रहे हैं। सरकार ने कुछ सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को 100 प्रतिशत कोविड डेडिकेटिड अस्पताल के रूप में घोषित किया है। सभी से सहयोग की अपेक्षा है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा, मैं उम्मीद करता हूं कि अस्पताल वाले भी इसमें मदद करेंगे। नॉन कोविड बीमारी और पहले से तय सर्जरी को थोड़ा आगे बढ़ाया जाए- जैसे घुटना बदलवाना। इमरजेंसी के लिए पूरा इंतजाम है। अगर हमने अस्पतालों को मैनेज कर लियाCo, तो हम कोविड की इस बड़ी वेब पर भी अच्छे से काबू पा लेंगे। एक एक मरीज जो अस्पताल में हैं, उन्हें डॉक्टर चेक कर रहे हैं, यदि वे घर में ठीक हो सकते हैं, तो अस्पताल का बेड खाली करें। जब वे घर जाएंगे, तब भी मॉनिटर करेंगे, ऑक्सीमीटर देकर भेजेंगे, तबीयत खराब होने पर फिर अस्पताल में भर्ती करेंगे। अगर उन्हें बेड की जरूरत नहीं है, तो घर में रहकर ही इलाज करवाएं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने अपील की पिछली बार लोगों ने बढ़-चढ़कर प्लाज्मा डोनेट किया था। अब फिर स्टॉक में प्लाज्मा कम है, रोजाना प्लाज्मा की डिमांड आ रही है। सभी से निवेदन है कि जो कोरोना से ठीक हुए हैं, वे प्लाज्मा डोनेट करें। यही समय है, जब हम स्वार्थ छोड़कर एक दूसरे की मदद करें। दिल्ली वाले हम सब एक परिवार हैं।