Kangana Ranaut : कंगना की बढ़ीं मुश्किलें, 'भीख में आजादी' वाले बयान को लेकर केस दर्ज, चैनल भी लपेटे में
Kangana Ranaut : आजादी को 'भीख' बताने वाले बयान के बाद चौतरफा आलोचना झेल रही Kangana Ranaut : पूर्व CM मांझी की बहू की लताड़ - 'कंगना हैं शूर्पणखा की बहन, ऐसे लोगों से गोबर भी न पथवाएं'बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) और उनका बयान प्रसारित करने वाला चैनल अब कानूनी पचड़े में फंस गए हैं। कंगना पर उनके 'भीख में आजादी' वाले बयान को लेकर केस दर्ज (Case registered against Kangana) हो गया है।
जोधपुर महिला कांग्रेस कमेटी (Jodhpur Mahila Congress Commiittee) की अध्यक्ष मनीषा पंवार ने शिकायत में कहा कि कंगना रनौत ने अपने बयान के माध्यम से स्वतंत्रता सेनानियों और देश के लोगों का अपमान किया, जो 'देशद्रोह की कैटिगरी' के अंतर्गत आता है।
पंवार ने शिकायत में कहा, ''पूरी दुनिया भारत के स्वतंत्रता संग्राम और उसके सेनानियों को उच्च सम्मान से देखती है। यह भी एक सच्चाई है कि हजारों लोगों ने इस स्वतंत्रता के लिए अपना बलिदान दिया और उनके बलिदान को 'भीख' बताकर उन्होंने शहीदों, उनके वंशजों और प्रत्येक भारतीय नागरिक का अपमान किया है।"
उन्होंने कहा कि उनका बयान एक सार्वजनिक मंच से "जानबूझकर उठाया गया कदम" था, जिससे भारतीयों की भावनाओं को ठेस पहुंची है, उन्होंने कहा कि उनका बयान "देशद्रोह की श्रेणी" के अंतर्गत आता है।
वहीं, स्थानीय शास्त्री नगर पुलिस थाने के एसएचओ पंकज राज माथुर ने कहा कि महिला कांग्रेस प्रतिनिधि और शहर के विधायक की ओर से दिए गए मेमोरैंडम में अभिनेत्री कंगना रनौत के बयान पर आपत्ति जाहिर की गई है। शिकायत दर्ज कर ली गई है और जांच के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि अक्सर अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाली बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने एक बार फिर विवादित स्टेटमेंट दे दिया है। इसबार उन्होंने देश की आजादी को ही भीख करार दिया। अभिनेत्री के अनुसार, 1947 में भारत को जो आजादी मिली थी वह भीख में मिली थी। असली आजादी तो 2014 में मिली।
अभिनेत्री के इस बयान की चारों तरफ आलोचना हो रही है। सोशल मीडिया पर लोग कंगना को ट्रॉल कर रहें हैं। दरअसल, कगंना रनौत टाइम्स नाऊ के 2021 समिट में हिस्सा लेने पहुंची थी।
टाइम्स नाऊ की पत्रकार नविका कुमार से बातचीत के दौरान कंगना ने कहा कि, "आजादी अगर भीख में मिले, तो क्या वो आजादी हो सकती है?" कंगना ने कहा- "1947 में मिली आज़ादी भीख थी, असली आज़ादी 2014 में मिली।"
कंगना ने आगे कहा- "सावरकर, रानी लक्ष्मीबाई, नेता सुभाषचंद्र बोस इन लोगों की बात करूं तो ये लोग जानते थे कि खून बहेगा लेकिन ये भी याद रहे कि एक हिंदुस्तानी दूसरे हिंदुस्तानी का खून न बहाए। उन्होंने आजादी की कीमत चुकाई, यकीनन। पर वो आजादी नहीं वो भीख थी। जो आजादी मिली है वो 2014 में मिली है।"
अभिनेत्री के इस बयान पर वहां बैठे लोग तालियां बजाने लगे। जर्नलिस्ट नाविका कुमार ने कहा कि, "इसलिए सब आपको कहते हैं कि आप भगवा हैं।" जवाब में कंगना कहती हैं- "इसके बाद मुझपर 10 केस और होने वाले हैं।"