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मध्यप्रदेश में गौमाता टैक्स लगाने की तैयारी में शिवराज सिंह चौहान सरकार
Shivraj Singh Chouhan File Photo.
जनज्वार। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संकेत दिया है कि राज्य में उनकी सरकार गौ टैक्स( Gomata tax in Madhya Pradesh) लगा सकती है। उन्होंने रविवार को मालवा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा: मैं गौमाता के कल्याण के लिए और गौशालाओं के उत्थान के लिए कुछ मामूली कर लगाने के बारे में सोच रहा हूं, क्या यह ठीक रहेगा? शिवराज द्वारा जनसभा में आमलोगों से पूछे गए सवाल के जवाब में लोगों ने हां में जवाब दिया।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि भारतीय संस्कृति का हवाला देते हुए कहा कि पहले हम गायों को पहली रोटी खिलाते थे और आखिरी रोटी कुत्ते को खिलाते थे। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में जानवरों के लिए यह चिंता थी जो अब लुप्त हो रही है। इसलिए हम छोटे टैक्स लगाने की सोच रहे हैं।
गौ माता का दूध अमृत तुल्य होता है। हमने तय किया कि आंगनबाड़ियों में बच्चों को दूध दिया जायेगा।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 22, 2020
जिस घर में गौ माता रहती हैं, वह घर सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है।
आगर-मालवा के सालरिया स्थित गौ-अभ्यारण्य में आयोजित कार्यक्रम में विचार साझा किया।https://t.co/NyjtP3B4Wj https://t.co/MfZZblcZXa pic.twitter.com/3uKk0PDKC0
शिवराज ने कहा कि राज्य में गायों की रक्षा के लिए गौशाला चलाने के लिए कानून बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज को गाय की रक्षा के लिए सरकार की मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गाय के बिना पहले खेती असंभव थी, हालांकि ट्रैक्टर ने इसे बदल दिया है।
प्रदेश में गायों की स्थानीय नस्लों का संरक्षण किया जाएगा।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 22, 2020
गौशालाएँ आत्मनिर्भर हों, इसके लिए गाय का दूध, गोबर, गोमूत्र जैसे उत्पादों को बढ़ावा दिया जाएगा।
गाय का दूध कुपोषित बच्चों को दिया जाएगा, गोबर से गोकाष्ठ बनता है जिसके इस्तेमाल से वन बचते हैं और गोमूत्र से औषधि बनती है। pic.twitter.com/jPkAFdowxB
मालूम हो कि शिवराज सिंह चौहान ने गौ कैबिनेट बनाना है। उन्होंने गोपष्ठमी के दिन इसकी पहली बैठक करने का भी ऐलान किया था। उन्होंने कहा है कि गौ सेवा के लिए एक समेकित नीति बनाने की शुरुआत हुई है। उन्होंने गौशालाओं के संचालन व संवर्द्धन के लिए विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं को जोड़ने पर बल दिया। सीएम ने कहा है कि गाय के कल्याण के लिए वीडियो कान्फ्रेंसिंग से जल्द वर्चुअल मीटिंग की जाएगी ताकि विभिन्न पक्षों का सुझाव सामने आ सके, जिसके आधार पर नई गौ नीति तैयार की जाएगी।
गौ पर्यटन को भी बढावा
शिवराज सिंह ने कहा है कि मनरेगा के अंतर्गत गौशालाओं के पास तालाब का निर्माण और उजड़े वनों में चारागाह का निर्माण करवाएंगे। उन्होंने कहा कि हम वन विभाग की मदद से चारागाह बनवाएंगे। उन्होंने कहा कि नगर क्षेत्र में निराश्रित गौवंश के भरण पोषण की जिम्मेवारी नगरीय निकाय को सौपेंगे। उन्होंने कहा कि गौंसंवर्द्धन और संरक्षण के लिए हम प्रशिक्षण देने का कार्य करेंगे।
हम मनरेगा के अंतर्गत गौशालाओं के पास तालाब का निर्माण और उजड़े वनों में चारागाह का निर्माण करवाएंगे।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 22, 2020
गोसंवर्धन और संरक्षण के लिए हम प्रशिक्षण देने का भी कार्य करेंगे। pic.twitter.com/nY6nKGO7Zz
शिवराज ने कहा कि हम गौ अभ्यारण्य में गौ पर्यटन को बढावा देंगे। अगर कोई भजन ध्यान लगाने के लिए गौ अभ्यारण्य में दो-चार दिनों के लिए आना चाहते हैं तो उसकी व्यवस्था की जाएगी।
मध्यप्रदेश में लगभग 7-8 लाख ऐसा गोवंश है, जो बाहर घूम रहा है, उसे अलग-अलग फेसेज़ में गौशालाओं में लाया जाएगा।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 22, 2020
इसके लिए करीब 2,000 नई गौशालाओं का निर्माण अलग-अलग स्थानों पर किया जाएगा।
इनका संचालन उत्कृष्ट स्वयंसेवी संगठनों के साथ मिलकर किया जाएगा। pic.twitter.com/p7cWu0L0Ms