UP : अखिलेश की चिट्ठी पर राजभर का जवाब, कहा - तलाक कबूल है, चाचा शिवपाल ने आजाद करने पर जताया आभार
यूपी : अखिलेश की चिट्ठी पर राजभर का जवाब, कहा - तलाक कबूल है, चाचा शिवपाल ने आजाद करने पर जताया आभार
UP : यूपी में विपक्ष का कुनबा विधानसभा चुनाव के बाद से लगातार कमजोर होता जा रहा है। अब समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के भीतर जारी कलह पहले से ज्यादा उलझ गई है। चाचा शिवपाल और अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) की बीच जारी विवाद आने वाले दिनों में और ज्यादा गहरा सकता है। ऐसा इसलिए कि एक तरफ सपा ने खुले तौर पर शिवपाल ( Shivpal yadav ) और ओपी राजभर ( OP Rajbhar ) को कह दिया है कि जहां आपको सम्मान मिले, वहीं चले जाएं, तो इसका पलटकर जवाब देते हुए दोनों ने तलाक स्वीकार कर लिया है।
चचा ने भतीजे से कहा - धन्यवाद
एक दिन पहले अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) की ओर से जारी चिट्ठी पर शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि मैं वैसे तो सदैव से ही स्वतंत्र था, लेकिन समाजवादी पार्टी ( Samajwadi Party ) द्वारा पत्र जारी कर मुझे आधिकारिक रूप से आजाद करने के लिए सहृदय धन्यवाद। राजनीतिक यात्रा में सिद्धांतों एवं सम्मान से समझौता अस्वीकार्य है।
वहीं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओपी राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने कहा कि हमने उनका तलाक कबूल कर लिया है। मैंने उनके नजदीक जाकर जो देखा, उसके आधार पर मैं कह सकता हूं कि अति पिछड़े और दलित की जरूरत वहां नहीं है। अति पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक के नेता सपा को सिर्फ वोट दिला सकते हैं। हिस्सेदारी और भागेदारी की बात नहीं कर सकते।
सपा में पिछड़े और दलितों के लिए जगह नहीं - राजभर
ओपी राजभर ( OP Rajbhar ) ने कहा कि 2022 के चुनाव में भी मैं अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से लड़ता रहा। राजभर ने कहा कि पहले चरण में 58 सीटों का चुनाव हुआ। मैंने कहा कि कश्यप, बिंद, निषाद, पाल, प्रजापति, केवट को टिकट दे दो। उस इलाके में बंजारा, बहेलिया रहता उसका टिकट दे दो, लेकिन नहीं दिया गया। दूसरे चरण का चुनाव आया है फिर मैंने कहा अब, तब फिर कहा कि तीसरे चरण में देंगे फिर मैंने उनसे अखिलेश यादव से कहा कि फिर वोट क्यों मिलेगा। राजभर ने सवाल किया कि अखिलेश यादव जब मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने क्या किया? 100 में आठ। क्या अखिलेश यादव ने अति पिछड़ों, अति दलित के बारे में सोचा? सच्चाई यह है कि जो अति पिछड़े और अति दलित के विषय में समाजवादी पार्टी में बात करेगा, उसकी वहां छुट्टी कर दी जाएगी।
बसपा से तालमेल बनाने की करेंगे कोशिश
राजभर ( OP Rajbhar ) ने अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि चलो भाई कम से कम सदबुद्धि आई कि आपने तलाक दे दिया। हम आपके तलाक को कबूल करते हैं। हम हमेशा अति पिछड़े और अति दलित की लड़ाई लड़ते रहेंगे। यह पूछने पर कि आपका अगला कदम क्या होगा? इसके जवाब में राजभर ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी, हम कोशिश करेंगे कि उनसे बात हो हमारी और वहां गठजोड़ बनाने की कवायद में रहेंगे।