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बिहार

लॉकडाउन में अबतक सिर्फ ट्रेनों से लौट चुके हैं 1 लाख 20 हजार मजदूर वापस बिहार

Nirmal kant
13 May 2020 1:30 AM GMT
लॉकडाउन में अबतक सिर्फ ट्रेनों से लौट चुके हैं 1 लाख 20 हजार मजदूर वापस बिहार
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बिहार के सूचना एवं प्रसारण विभाग के मुताबिक अब तक कुल 104 ट्रेनें बिहार आ चुकी हैं, जिसके माध्यम से 1 लाख 20 हजार 131 लोग बिहार के बाहर से आए हैं। 160 ट्रेनों को शिड्यूल किया गया है। इस प्रकार कुल 284 ट्रेनों से 3 लाख 31 हजार 623 लोग बिहार पहुंचेंगे...

जनज्वार ब्यूरो, पटना। कोरोना संक्रमण के इस दौर में प्रवासी मजदूरों के बिहार लौटने का सिलसिला जारी है। अन्य राज्यों में काम करने गए 1 लाख 20 हजार से ज्यादा प्रवासी मजदूर अब तक विशेष ट्रेनों से लौट चुके हैं।

सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने मंगलवार 12 मई को बताया कि आपदा प्रबंधन विभाग के परिवहन नोडल पदाधिकारी से अभी तक प्राप्त सूचना के अनुसार मंगलवार 12 मई को बिहार आने वाली ट्रेनों की संख्या 21 है, जिसके माध्यम से 26,970 लोग आ रहे हैं।

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न्होंने कहा कि बुधवार को 24 विशेष ट्रेनें यहां पहुंचेंगी, जिससे 30,348 लोग आएंगे। कुमार ने बताया, 'अब तक कुल 104 ट्रेनें बिहार आ चुकी हैं, जिसके माध्यम से 1 लाख 20 हजार 131 लोग बिहार के बाहर से आए हैं। 160 ट्रेनों को शिड्यूल किया गया है। इस प्रकार कुल 284 ट्रेनों से 3 लाख 31 हजार 623 लोग बिहार पहुंचेंगे।'

न्होंने कहा कि 7 दिनों के अंदर इच्छुक लोगों को बाहर से बिहार लाने का मुख्यमंत्री से आदेश मिलने के बाद, ट्रेनों एवं बसों की संख्या बढ़ाने को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग गहन तैयारी कर रहा है।

कहा कि बिहार के अंदर मूवमेंट के लिए ट्रेन चलाई जा रही है, जो कैमूर से शुरू होकर दानापुर होते हुए कटिहार तक जाएगी। इसके लिए कैमूर जिलाधिकारी को पास निर्गत करने के लिए अधिकृत किया गया है।

चिव ने बताया कि लोगों को हर स्तर पर राहत देने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में 172 आपदा राहत केंद्र बनाए गए हैं, जहां 70 हजार लोग रह रहे हैं। इसके अलावा 3880 प्रखंड क्वारंटीन केंद्रों में 1,54,209 लोग हैं।

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न्होंने दावा करते हुए कहा कि बिहार के जो लोग बाहर फंसे हुए हैं, वे लोग मुख्यमंत्री सचिवालय, आपदा प्रबंधन विभाग एवं बिहार भवन के स्थानिक आयुक्त के कार्यालय में फोन कर अपनी समस्याएं बता रहे हैं। प्राप्त फोन पर अधिकारी रोजाना लोगों से फीडबैक प्राप्त कर रहे हैं और उसके आधार पर लोगों की समस्याओं का संबंधित राज्य सरकारों तथा जिला प्रशासन से समन्वय कर समाधान किया जा रहा है।

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