राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने की मांग पर AAP में मचे घमासान की बलि चढीं अलका लांबा
राजीव गांधी से भारत रत्न वापसी मसले पर आप विधायक अलका लांबा ने सदन से किया वाकआउट तो कांग्रेस ने कहा एक बार फिर साबित हो गया कि आम आदमी पार्टी है भाजपा की बी टीम
जनज्वार। राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने की मांग पर आम आदमी पार्टी में मचे घमासान के बीच विधायक अलका लांबा से पार्टी से इस्तीफा ले लिया गया है। मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक उनकी प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा ले लिया गया है, मगर अभी इसकी सही—सही पुष्टि नहीं हो पाई है।
गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा में कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को प्रदान किया गया सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' कल शुक्रवार 21 जनवरी को वापस लेने की मांग करने वाला एक प्रस्ताव पास हुआ। इसमें केंद्र सरकार से मांग की गई थी कि राजीव गांधी का भारत रत्न वापस लिया जाए, मगर अब आप इस मुद्दे से पीछे हटते नजर आ रही है।
1984 के सिख विरोधी दंगे का हवाला देते हुए दिल्ली विधानसभा में केंद्र से यह मांग रखी गई थी थी कि राजीव गांधी को प्रदान किया गया भारत रत्न वापस लिया जाए। कहा यह भी जा रहा है कि इस मांग पर आप के बीच दो धड़े बन गए, जिनमें से एक राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लिए जाने की मांग पर अड़ा रहा, जबकि दूसरा धड़ा ऐसा नहीं चाहता था।
आम आदमी पार्टी विधायक जरनैल सिंह ने सदन में प्रस्ताव रखा था कि '1984 कत्लेआम का औचित्य साबित करने वाले तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी जिनको भारत रत्न के सम्मान से नवाजा गया, केंद्र सरकार को उनका यह अवॉर्ड वापस लेना चाहिए।' जरनैल सिंह के इस प्रस्ताव का सदन में मौजूद हर सदस्य ने समर्थन किया, जिसमें खुद विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल भी शामिल थे।
मगर अब इस प्रस्ताव पर आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने मीडिया से कहा है कि जो मूल लेख सदन में पेश किया गया था, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के संबंध में पंक्तियां उसका हिस्सा नहीं थीं। यह एक हस्तलिखित संशोधन प्रस्ताव था, जिसे इस प्रकार से पारित नहीं किया जा सकता। विधायक सोमनाथ भारती ने बाद में पेन से उसमें राजीव गांधी और भारत रत्न संबंधित लाइनें जोड़ दी थीं। सोमनाथ भारती की इस हरकत के लिए पार्टी उन पर एक्शन लेगी।
खबरों के मुताबिक आप विधायक अलका लांबा दिल्ली विधानसभा में 1984 के सिख दंगों को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने की मांग वाले प्रस्ताव को पास कराने पर डटी रहीं। मगर बकौल अलका उन्होंने इस प्रस्ताव को पास करने के लिए अपना समर्थन देने से मना करते हुए सदन से वाकआउट किया था।
अलका लांबा ने ट्वीट कर स्पष्टीकरण दिया कि 'दिल्ली विधानसभा में प्रस्ताव लाया गया कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी जी को दिया गया भारत रत्न वापस लिया जाना चाहिये। मुझे भाषण में इसका समर्थन करने को कहा गया, जो मुझे मंजूर नहीं था, इसलिए मैंने सदन से वॉक आउट किया। अब इसकी मुझे जो भी सज़ा मिलेगी मैं उसके लिये तैयार हूं।'
वहीं बीजेपी विधायक विजेंदर गुप्ता ने भी कहा कि सदन में 84 के सिख दंगों के मामले में स्वर्गीय राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लिए जाने वाला प्रस्ताव पास हो चुका है। अब यह प्रस्ताव सदन की कार्यवाही का अंग बन चुका है।
आप में मचे घमासान में नया मोड़ तब आ गया जब बागी विधायक कपिल मिश्रा ने सदन की कार्रवाई का वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया।
दिल्ली विधानसभा में स्वर्गीय राजीव गांधी का भारत रत्न वापिस लेने का प्रस्ताव पास होने पर कांग्रेस ने आप को एक बार फिर भाजपा की बी टीम बताया है। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने ट्वीट कर कहा कि 'श्री राजीव गांधी ने अपना जीवन देश के लिए त्याग दिया। उनका भारत रत्न सम्मान वापस लेने की मांग दिल्ली विधानसभा में पास होने स 'आप' का असली रंग खुलकर सामने आ गया। मेरा हमेशा मानना रहा है कि आप बीजेपी की बी टीम है। आप ने गोवा, पंजाब, मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, छत्तीसगढ़ में उम्मीदवार केवल कांग्रेस के वोट काटकर बीजेपी की मदद के लिए उतारे।'