Begin typing your search above and press return to search.
पंजाब

यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला IAS अधिकारी ने बताया जान को खतरा, इस्तीफा की घोषणा

Nirmal kant
25 April 2020 6:51 PM IST
यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला IAS अधिकारी ने बताया जान को खतरा, इस्तीफा की घोषणा
x

2014 बैच की आईएएस अधिकारी ने अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है। महिला अधिकारी ने बताया कि उन्होंने 2018 में सीनियर आईएएस अधिकारी सुनील गुलाटी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगया था। मामले की अभी जांच चल रही है...

जनज्वार ब्यूरो, चंडीगढ। अपने सीनियर अधिकारी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली आईएएस अधिकारी ने जान को खतरा बताते हुए अपन पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि उसकी व उनकी बहन की जान को खतरा बना हुआ है। ऐसे में जान बचाने के लिए उन्हें यह कदम उठाना पड़ रहा है।

ईएएस अधिकारी के इस कदम से एक बार फिर से हरियाणा में महिलाओं सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। संगठन 'पहल' के संयोजक रमेश कल्सन ने बताया कि प्रदेश में महिलाओं व पिछड़े वर्ग का लगातार उत्पीड़न हो रहा है। यदि वह इंसाफ के लिए आवाज उठाते हैं तो उन्हें इतना तंग किया जाता है कि, वह पीछे हटने को मजबूर हो जाए। इस मामले में भी यहीं हो रहा है।

संबंधित खबर : लॉकडाउन के बीच पंजाब में घरेलू हिंसा के मामले बढ़े, निपटने के लिये पुलिस ने बनाया प्लान

पीड़ित अधिकारी के अनुसार जून 2018 में जब वह पशु पालन विभाग में अतिरिक्त सचिव के पद पर थी तो विभाग के तत्कालीन एसएस सुनील गुलाटी ने उनका यौन उत्पीड़न किया। पीड़ित अधिकारी ने तब सीएम व चीफ सेक्रेटरी को शिकायत दी थी। इसके बाद उन्होंने महिला आयोग में भी शिकायत दी। उन्होंने डीजीपी पुलिस में भी एक शिकायत दी है। मामले की अभी जांच चल रही है।

ने एक वीडियो भी जारी कर सोशल मीडिया पर डाला है, इसमें भी उन्होंने कहा कि यदि उन्हें कुछ हो जाए तो इसकी सारी जिम्मेदारी आरोपी आईएएस अधिकारी की होगी।

पीड़िता ने बताया कि उस पर ही दबाव बनाया जा रहा है कि वह मामला वापस ले। उसे लगातार धमकी दी जा रही है। वह मानसिक तौर पर परेशान हो चुकी हैं। ऐेसे में अब उसने सामने जान बचाने के लिए नौकरी छोड़ कर अपने गृह नगर यूपी जाने के सिवाय कोई चारा नहीं रह गया है। उसने बताया कि इंसाफ के लिए हर दरवाजा खटखटाया, लेकिन इंसाफ नहीं मिला।

धर बिजनौर लोकसभा से सांसद मलूक नागर ने हरियाणा के डीजीपी मनोज यादव को एक पत्र लिख कर पीड़ित की जान की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने को लिखा गया है। इसके साथ ही यह भी लिखा कि जो भी कदम उठाये जाये, इसकी जानकारी उन्हें भी दी जाये। 24 अप्रैल को लिखे पत्र में सांसद ने कहा कि यह वाक्य बहुत ही दुखद है।

खबर : हरियाणा के मुकाबले पंजाब में कोरोना से होने वाली मौतों की तादाद ज्यादा, NRI के आने से बिगड़ी स्थिति

धर समाज सेवक रमेश कल्सन ने बताया कि सीनियर आईएएस अधिकारी सुनील गुलाटी पर यौन उत्पीड़न का यह पहला आरोप नहीं है। इससे पहले भी जब वह वन विभाग में थे तो तब भी उन पर आईएफएस अधिकारी रेंजिथा ने उत्पीड़न का आरोप लगाया था।

धर मामले आरोपी आईएएस अधिकारी ने बताया कि सारे आरोप गलत है। जहां भी उनसे जवाब मांगा गया, वहां वहां उन्होंने जवाब दे दिया है।

Next Story

विविध