Volodymyr Zelensky : एक कॉमेडियन जो 3 साल पहले राष्ट्रपति बना, अब देश बचाने की निभा रहा जिम्मेदारी, पुतिन के सामने घुटने न टेककर बना असली हीरो
(रूस के हमले के खिलाफ लड़ाई के जज्बे ने बनाया वोलोदिमिर जेलेंस्की को असली हीरो)
Volodymyr Zelensky : व्लादिमीर पुतिन करीब दो दशक से सत्ता में हैं और इस समय रूस के राष्ट्रपति हैं। इसलिए वह हमेशा मीडिया की सुर्खियों में बने रहते हैं। लेकिन वोलोदिमिर जेलेंस्की (Volodomyr Zelensky) तब ही दुनियाभर की मीडिया खबर बने थे जब वह यूक्रेन के राष्ट्रपति बने थे। पेशे से कॉमेडियन रहे जेलेंस्की ने 2019 में यूक्रेन (Ukraine) की कमान सम्भाली थी लेकिन तीन साल बाद ही रूस की ओर से हुए हमले के बाद वह पूरी दुनिया के मीडिया में छाए हुए हैं। इस समय वह अपने देश के लोगों के लिए असली हीरो बन चुके हैं।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की देश के सर्वोच्च नेता बनने से पहले एक कॉमेडियन थे। साल 2015 के आसपास उन्होंने एक टीवी शो में राष्ट्रपति का किरदार निभाया था लेकिन कुछ ही सालों बाद वह यूक्रेन के वास्तविक राष्ट्रपति भी बन गए। उनहोंने चुनाव में दिग्गज नेता पोरोशेंको को हराया था।
जेलेंस्की का जन्म किरीवयी रीह शहर में एक यहूदी परिवार में हुआ। उनका परिवार मुख्य तौर पर रूषी भाषी था। भेल ही रूस में बसे यहूदी परिवारों के बच्चे पढ़ाई के लिए इजराइल जाते हों लेकिन जेलेंस्की के पितान उन्हें इजराइल पढ़ने नहीं जाने दिया। इसके बाद उन्होंने कीव नेशनल इकनोमिक यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री हासिल की।
वोलोदिमिर जब कानून की पढ़ाई कर रहे थे इसकी दौरान उनका कॉमेडी की तरफ रुझान हुआ। फिर वो नियमित कॉमेडी शो करने लगे। इसके बाद उन्होंने कई फिल्म और शो भी प्रोड्यूस किए। इसी बीच जेलेंस्की ने साल 2015 में 'सर्वेंट ऑफ द पीपुल' नाम के एक धारावाहिक में एक किरदार निभाया जिसमें वह हाईस्कूल के टीचर रहते हैं लेकिन भ्रष्ट नेताओं से दुखी होकर लड़ते हुए देश के राष्ट्रपति बन जाते हैं।
'सर्वेंट ऑफ द पीपुल' में जब जेलेंस्की ने किरदार निभाया होगा तब सोचा भी नहीं होगा कि उन्हें देश की कमान संभालनी पड़ेगी। लेकिन वास्तव में ऐसा हुआ। साल 2016 में जेलेंस्की ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर एक पार्टी भी बनाई जिसका नाम 'सर्वेंट ऑफ द पीपुल' ही रखा। इस पार्टी को पिछले चुनावों में 73.2 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे और उन्होंने दिग्गज नेता पेत्रो पोरोशेंको को चुनाव में मात दे दी थी। मई 2019 में उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति पद की शपथ ली।
रूस की ओर से यूक्रेन पर हमले जारी हैं। रूस के पास सयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में वीटो पावर है। बड़ी सेना के साथ हथियारों का उत्पादक देश है। इसकी तुलना में यूक्रेन की सेना काफी छोटी है। लेकिन जेलेंस्की सूझबूझ और जज्बे के साथ अपने देश यूक्रेन को बचाने की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
रूस की ओर से लगातार सेना के कैम्पों और नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है। उनके देश पर रॉकेट बरसाए जा रहे हैं लेकिन इस हालत में भी राषट्रपति जेलेंस्की ने देश छोड़ने से इनकार किया। अमेरिका ने उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने की पेशकश की तो जेलेंस्की ने साफ कहा कि मुझे हथियार चाहिए, सवारी नहीं।