बंगाल चुनाव के लिए ममता ने तैयार किया प्लान, एकसाथ कर सकती हैं 294 उम्मीदवारों का ऐलान
टीएमसी 'बंगाल निजेर मेयकेई चाय '(बंगाल अपनी बेटी चाहती है) के नारे के साथ चुनाव लड़ रही है। इस नारे को रेखांकित करते हुए 35 प्रतिशत से अधिक महिला उम्मीदवारों के मैदान में आने की उम्मीद है।
जनज्वार ब्यूरो/कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस की जीत के लिए प्लान तैयार कर लिया है। वे आज एक साथ 294 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर सकती है। सूची में अधिक महिला उम्मीदवारों और स्वच्छ रिकॉर्ड के साथ युवा और नए चेहरे होने की संभावना है।
टीएमसी ने दावेदारों की सूची को अंतिम रूप देने के लिए पिछले कुछ समय में बैक-टू-बैक मीटिंग की गई है। पार्टी के नेताओं ने 80 साल से ऊपर के लोगों को टिकट नहीं देने का फैसला किया है।
रिपोर्टों से पता चलता है कि लगभग 75 मौजूदा विधायकों के नामों को सूची से हटाया जा सकता है। ऐसा भाजपा के उस आरोप के जवाब में किया जाएगा जिसमें कहा जाता रहा है कि पार्टी "कट पैसे" संस्कृति को बढ़ावा देती रही है।
टीएमसी 'बंगाल निजेर मेयकेई चाय '(बंगाल अपनी बेटी चाहती है) के नारे के साथ चुनाव लड़ रही है। इस नारे को रेखांकित करते हुए 35 प्रतिशत से अधिक महिला उम्मीदवारों के मैदान में आने की उम्मीद है।
2019 के लोकसभा चुनावों के लिए बनर्जी ने महिला टीएमसी उम्मीदवारों के लिए 40.5 प्रतिशत कोटा घोषित किया था। पश्चिम बंगाल के 42 लोकसभा क्षेत्रों में से 17 महिला उम्मीदवारों को टीएमसी ने टिकट दिया था।
18 जनवरी को सीएम ने घोषणा की थी कि वह 2021 में आगामी विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम और साथ ही भवानीपुर सीटों से चुनाव लड़ेंगी। वह नंदीग्राम से विधायक सुवेंदु अधिकारी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी।
बंगाल में चुनाव 27 मार्च, 1, 6, 10, 17, 22, 26 और 29 अप्रैल को आठ चरणों में होंगे, जिससे यह राज्य का सबसे लंबा चुनाव होगा। मतों की गिनती 2 मई को होगी।
8 चरणों में होने वाले चुनावों के लिए एक साथ टिकट जारी करने से हर उम्मीदवार को न सिर्फ चुनावी रणनीति को अमलीजामा पहनाने का समय मिलेगा बल्कि लोगों तक पहुंचने के लिए भी उनके पास पर्याप्त समय होगा।
साथ ही आज भाजपा की तरफ से को कम से कम 60 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करने की उम्मीद है, जो 27 मार्च और 1 अप्रैल को पहले दो चरणों में चुनाव लड़ेंगे।