Uttar Pradesh News : बस्ती में स्वास्थ्य विभाग में EPF कटौती का नहीं मिल रहा हिसाब, SP ने BJP सरकार पर साधा निशाना
Uttar Pradesh News : पिछले आठ महीने से ईपीएफ (EPF) कटौती तो होती रही, लेकिन कटौती का अंश कर्मचारियों के खाते में नहीं दिख नहीं रहा है, कर्मचारियों को आशंका है कि उनके जमा कराए गए धन को किसी अन्य खाते में जमा कर घोटाले का प्रयास किया जा रहा है...
Uttar Pradesh News : बस्ती (Basti) के स्वास्थ्य विभाग में ईपीएफ कहते में लाखों रुपए के घोटाले की आशंका को लेकर इन दिनों हड़कंप मचा हुआ है| पिछले आठ महीने से ईपीएफ (EPF) कटौती तो होती रही, लेकिन कटौती का अंश कर्मचारियों के खाते में नहीं दिख नहीं रहा है| कर्मचारियों को आशंका है कि उनके जमा कराए गए धन को किसी अन्य खाते में जमा कर घोटाले का प्रयास किया जा रहा है| इस मामले में अब समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने भी उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की सरकार पर निशाना साधा है और इस संबंध में भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर सवाल भी उठाए है|
सपा ने प्रदेश सरकार पर साधा निशाना
बता दें कि समाजवादी पार्टी ने अपनी आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर प्रदेश सरकार पर सवाल खड़ा किया है| सपा ने ट्वीट कर लिखा है कि 'बस्ती में स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मियों के ईपीएफ के लाखों रूपए गायब होने का मामला स्तब्ध करता है। आरटीआई से हिसाब मांगने पर सामने आया सच भाजपा सरकार में कर्मियों के भविष्य से खिलवाड़ और भ्रष्टाचार को उजागर करता है। दोषियों पर हो कार्रवाई, वापस दिलाया जाए ईपीएफ का पैसा।'
विभाग द्वारा हर महीने की जाती है 12 लाख की कटौती
बता दें कि स्वास्थ्य विभाग में एनएचएम के तहत कार्यरत लगभग 300 कर्मचारियों के वेतन से हर माह ईपीएफ अंश की कटौती होती है| हर माह लगभग 12 लाख रुपए की कटौती विभाग द्वारा की जाती है| सरकारी अंश के साथ यह कटौती की राशि कर्मचारी के पीएफ फंड में जमा कराने की जिम्मेदारी डीपीएम एनएचएम, डैम व वित्त एवं लेखाधिकारी की है| पिछले जुलाई माह में कर्मचारियों के वेतन से कटौती तो की जा रही है, लेकिन उनके खाते में कटौती का अंश नहीं जमा हो रहा है| विभागीय लोगों का कहना है कि समस्या पीएफ खाते में नॉमिनेशन की प्रक्रिया शुरू होने के कारण हुई है|