UP Election 2022 : अखिलेश यादव ने बैलेट वोट में लगाया धांधली का आरोप, चुनाव आयोग से की कार्यवाही की मांग
UP Election 2022 : आगरा के फतेहाबाद विधानसभा का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पोस्टल बैलट से वोट डलवाने पहुंचे अफसरों पर ग्रामीण मनमाना वोट डलवाने का आरोप लगा रहे हैं, अखिलेश यादव ने इस वीडियो को ट्वीट करके चुनाव आयोग से कार्यवाही की मांग की है...
UP Election 022 : उत्तर प्रदेश में पोस्टल बैलट से हो रही वोटिंग पर सवाल उठने लगे हैं। आगरा के फतेहाबाद विधानसभा का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पोस्टल बैलट से वोट डलवाने पहुंचे अफसरों पर ग्रामीण मनमाना वोट डलवाने का आरोप लगा रहे हैं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस वीडियो को ट्वीट करके चुनाव आयोग से कार्यवाही की मांग की है।
अखिलेश यादव ने किया ट्वीट
बता दें कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज सोमवार 7 फरवरी को आगरा के फतेहाबाद विधानसभा में दिव्यांगों और बुजुर्गों के मतदान को लेकर ट्वीट किया है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लिखा है कि 'वृद्धों और दिव्यांगों से वोट डलवाने के मामले में फतेहाबाद विधानसभा में पोलिंग पार्टी पर मतदाता की इच्छा के विरुद्ध खुद ही मनमाना वोट डालने का आरोप लगा है।'
इसके साथ ही अखिलेश यादव ने एक और ट्वीट करते हुए कहा कि 'बैलेट से वोट डलवाने में धांधली के मामले में एक प्रशासनिक अधिकारी का सरेआम यह कहना है कि 'एक वोट से कुछ होता है', क्या बेहद गंभीर मामला है| चुनाव आयोग से अपेक्षा है कि ऐसे अधिकारियों को चिन्हित करके तुरंत सस्पेंड किया जाए।
यह है पूरा मामला
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में चुनाव आयोग से तत्काल कार्यवाही की मांग की है। बता दें यह वीडियो दिव्यांग मतदाता सुरेंद्र की शिकायत के बाद सुर्खियों में आया है। दिव्यांग सुरेंद्र गांव जगराजपुर के रहने वाले हैं। उन्होंने पोलिंग पार्टी पर आरोप लगाया था कि वह साइकिल पर वोट डालना चाहता था लेकिन पोलिंग पार्टी ने उसका वोट भाजपा में डलवा दिया।
स्थानीय लोगों ने किया विरोध
इस मामले को लेकर फतेहाबाद के जगराजपुर में मौके पर विरोध भी हुआ। बता दें कि यह विरोध स्थानीय गांव के लोगों ने किया। विरोध के बाद प्रशासनिक स्तर पर जांच पड़ताल की कार्यवाही शुरू कर दी गई और जांच पड़ताल में माइक्रो प्रेक्षक ने अपनी रिपोर्ट जिला निर्वाचन अधिकारी को दे दी है। माइक्रो प्रेक्षक अरुण कुमार गौड़ ने अपनी रिपोर्ट में इस घटना का जिक्र किया है।
माइक्रो प्रेक्षक अरुण गौड़ ने कहा है कि वीडियो कैमरे की रिकॉर्डिंग के बीच मतदान करवाया गया है, जो लोग मतदान करने से मना कर रहे थे, उनके हस्ताक्षर करवाए जा रहे थे। टीम जब गांव में पहुंची तो लोगों ने हंगामा कर दिया और टीम को घेर लिया। बड़ी मुश्किल से टीम बचकर बाहर निकली है।
दिव्यांग और बुजुर्गों के लिए पोस्टल बैलट की सुविधा
बता दें कि कोरोना की वजह से चुनाव आयोग ने दिव्यांग और 80 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को पोस्टल बैलट से चुनाव डालने का फरमान जारी किया है। इसी फरमान के तहत गांव गांव वोट डलवाए जा रहे हैं।