गुजरात में कोरोना को जड़ से मिटाने के लिए मंदिर के चक्कर काट रहे थे 500 महिला-पुरूष, पुलिस ने 23 को भेजा हवालात
पुलिस के मुताबिक यह सभी तीन मई को सानंद तालुका के नवापुरा गांव में इकट्ठा हुए थे। इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें लगभग 500 महिलाओं को एक मंदिर के चक्कर लगाते हुए देखा जा रहा था...
जनज्वार ब्यूरो। प्रधानमंत्री मोदी की कर्मभूमि रहे गुजरात के अहमदाबाद जिले में पुलिस ने एक गांव के मुखिया सहित 23 लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस के मुताबिक इन सभी की गिरफ्तारी एक धार्मिक जुलूस आयोजित करने के मामले में हुई है। पुलिस ने बताया कि जुलूस में कोरोना वायरस 'उन्मूलन' के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं इकट्ठा हुई थीं।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक कोरोना वायरस के खात्मे के लिए एक गांव में बड़ी संख्या में महिलाएं एकत्रित हुईं थीं। यह भीड़ कोरोना के खात्मे के लिए धार्मिक आयोजन करने का मन बना रही थी। आज बुधवार 5 मई पुलिस ने यह जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम प्रधान सहित 23 लोगों को कोविड नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस के मुताबिक यह सभी तीन मई को सानंद तालुका के नवापुरा गांव में इकट्ठा हुए थे। इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें लगभग 500 महिलाओं को एक मंदिर के चक्कर लगाते हुए देखा जा रहा था। सभी ने अपने हाथों में पानी का पात्र पकड़ा हुआ है। वीडियो में कुछ पुरुष पानी का पात्र स्वयं लेते और उसे मंदिर में खाली करते दिख रहे हैं।
अहमदाबाद ग्रामीण पुलिस ने बताया कि वीडियो के आधार पर शिनाख्त के बाद कार्रवाई करते हुए कुल 23 लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक ग्रामीणों ने इस धारणा के चलते आयोजन किया कि बलिया देव मंदिर में जल चढ़ाने से कोरोना वायरस खत्म हो जाएगा।