Blind Faith in India : डायन-बिसाही के नाम पर झारखंड में 7 महीने में 17 हत्याएं, अंधविश्वास में छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा मर्डर
Blind Faith in India : महज दो साल में झारखंड में डायन-बिसाही के आरोप में 38 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया, वर्ष 2021 में 21 लोगों की हत्या कर दी गयी...
Blind Faith in India : झारखंड में डायन बिसाही और उससे होने वाली मौत के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। हाल ही में राजधानी रांची के सोनाहातू में 3 महिलाओं (राइलू देवी, ढोली देवी और आलोमनी देवी) की पत्थर से कुचकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद गढ़वा जिले में एक महिला और उसके पति को डायन बताकर उस पर लाठी - डंडों से मार - मार कर अधमरा कर दिया गया था। दंपति की शिकायत पर भवनाथपुर थाना की पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
7 महीने में 17 लोगों पर डायन बिसाही का आरोप लगा मौत के घाट उतारा
बता दें कि महज दो साल में झारखंड में डायन-बिसाही के आरोप में 38 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। वर्ष 2021 में 21 लोगों की हत्या कर दी गयी, जबकि वर्ष 2022 में 7 महीने में (जुलाई तक) 17 लोगों को डायन-बिसाही या जादू-टोना के मामले में मौत के घाट उतार दिया गया। आपको जानकारी के लिए बता दें कि ये झारखंड पुलिस के आंकड़े हैं। हालांकि, नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़े कुछ और कहते हैं।
झारखंड में वर्ष 2022 के 7 महीने में 17 लोगों को मार डाला गया। झारखंड पुलिस के आंकड़ों पर गौर करेंगे तो पायेंगे कि सिर्फ जुलाई में 7 लोगों को मार डाला गया। बता दें कि राजधानी रांची में 1, उपराजधानी दुमका में 1, जामताड़ा में 1, गुमला में 1, सिमडेगा में 1, खरसावां में 1 और गढ़वा में 1 व्यक्ति की हत्या डायन-बिसाही के शक में कर दी गयी।
वहीं मार्च, अप्रैल और मई में ऐसी कोई घटना नहीं हुई। आंकड़ों के अनुसार जनवरी में कुल 4 लोगों को मार डाला गया। ये घटनाएं गिरिडीह, खूंटी, गुमला और पश्चिमी सिंहभूम में हुईं। फरवरी के महीने में सिर्फ लातेहार में डायन-बिसाही के शक में एक व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया गया। जून में 5 लोगों को मार डाला गया। ये घटनाएं दुमका, लोहरदगा, लातेहार और गढ़वा में हुईं। दुमका में 2 लोगों की हत्या कर दी गयी थी।
अंधविश्वास के कारण छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा हत्याएं
बता दें कि डायन-बिसाही मामले में सबसे ज्यादा मौतें छत्तीसगढ़ में हुईं। यहां 20 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। वहीं मध्यप्रदेश में 18, आंध्रप्रदेश में 6, बिहार में 4, गुजरात में 2, ओड़िशा में 2, राजस्थान में 1, तेलंगाना में 11, उत्तर प्रदेश में 1 हत्या जादू-टोना की वजह से हुई है। इस तरह एक साल में 68 लोगों को डायन-बिसाही मामले में मार दिया गया। केंद्रशासित प्रदेशों में ऐसी कोई घटना सामने नहीं आयी है।