Chhattisgarh News : ढाई साल की बच्ची पर मधुमक्खियों का हमला, झाड़-फूंक के कारण हो गई मौत
Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ के कवर्धा के तरेगांव जंगल थाना क्षेत्र के ग्राम दलदली में मधुमक्खियों के हमले में ढाई साल के बच्ची की मौत हो गई, वह बच्चों के साथ खेल रही थी, तब मधुमक्खियों का दल टूट पड़ा और बच्ची बुरी तरह घायल हो गई...
Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ के कवर्धा के तरेगांव जंगल थाना क्षेत्र के ग्राम दलदली में मधुमक्खियों के हमले में ढाई साल के बच्ची की मौत हो गई। वह बच्चों के साथ खेल रही थी, तब मधुमक्खियों का दल टूट पड़ा और बच्ची बुरी तरह घायल हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार परिजन और पड़ोसी बच्ची को अस्पताल ले जाने के बजाय झाड़फूंक करवाते रहे। झाड़फूंक के दौरान दो घंटे में बच्ची की हालत और बिगड़ी, तब उसे अस्पताल पहुंचाया गया। वहां बच्ची ने दम तोड़ दिया। बता दें कि मधुमक्खियों के हमले में बच्चों समेत 5 अन्य लोग घायल हुए हैं।
मधुमक्खियों के छत्ते पर बच्चों ने मारा पत्थर
मधुमक्खियों के हमले में जिस मासूम बच्ची लोकेश्वरी की जान गई, वह ग्राम दलदली की रहने वाली थी। घर के ही पास 4 और बच्चों के साथ वह बाड़ी में खेल रही थी। वहां पेड़ पर मधुमक्खी का बड़ा सा छत्ता भी है। खेल-खेल में किसी बच्चे ने छत्ते पर पत्थर मार दिया। मधुमक्खियों ने बच्चों पर हमला कर दिया। इससे चार बच्चे तो शोर मचाते हुए भाग निकले, लेकिन लोकेश्वरी छोटी होने की वजह से भाग नहीं सकी।
अस्पताल ले जाने के बजाए झाड़-फूंक करवाते रहे परिजन
छोटी बच्ची पर सभी मधुमक्खियां टूट पड़ीं। इससे वह बच्ची बुरी तरह से घायल हो गई। परिजन पहुंचे और बुरी तरह घायल बच्ची की झाड़-फूंक करवाने में लग गए। हालत नहीं सुधरी तो 2 घंटे बाद अस्पताल ले गए लेकिन तब तक बच्ची की हालत इतनी बिगड़ गई थी कि उसे बचाया नहीं जा सका। दलदली के डॉ. राजेश हरदाहा के अनुसार मधुमक्खी के डंक से ब्लड प्रेशर कम हो जाता है।
सहनशीलता कम होने लगती है। फिर हार्टअटैक आता है। ऐसी हालात में ही मौत होती है। बच्चे को अगर मधुमक्खी काट दे तो प्रतिरोधक क्षमता के हिसाब से असर करता है। बच्चे मधुमक्खी के जहर को सहन नहीं कर पाते। इसलिए तत्काल इलाज की जरूरत होती है।
इलाज ना मिलने से मासूम की हो गई मौत
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार स्वास्थ्य केंद्र दलदली के डॉक्टर ने बच्ची की स्थिति को देखते हुए उसे सामुदायिक अस्पताल बोड़ला रेफर किया लेकिन परिजन घायल बच्ची को घर ले गए, जहां उसकी मौत हो गई।