बुजुर्ग महिला ने डायन बता कर प्रताड़ित व अपमानित किए जाने से तंग आकर कर ली आत्महत्या
गांव के कुछ लोग अपने एक रिश्तेदार के बीमार होने पर बुजुर्ग महिला व उनकी बहू पर टोना-टोटका करने का आरोप लगा रहे थे और पूर्व में जान मारने की कोशिश की थी...
जनज्वार। रांची जिले के कांके थाना क्षेत्र के एक गांव में एक बुजुर्ग महिला ने खुद को डायन बता कर प्रताड़ित किए जाने से आहत होकर जहर खा कर आत्महत्या कर ली। पीड़ित परिवार ने इस मामले में गांव के ही छह लोगों के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करायी है। अपमान व प्रताड़ना से तंग होकर आत्महत्या करने वाली 60 वर्षीया महिला का नाम जैतून खातून है।
कांके थाना क्षेत्र के गढ हुसीर गांव की रहने वाली जैतून खातून और उनकी बहू संजीदा खातून को गांव के कुछ लोग डायन बताकर प्रताड़ित कर रहे थे। संजीदा खातून के द्वारा इस संबंध में की गयी लिखित शिकायत के अनुसार, गांव के छह लोग समाउन अंसारी, फुरकान अंसारी, सगीर अंसारी, मोजाहिद अंसारी, अशरफुल अंसारी व इमरान अंसारी छह जनवरी को उनके घर पर लाठी डंडा से लैस होकर आए और दरवाजा पीटने लगे और डायन बता कर घर से बाहर निकलने को कहने लगे।
जब ये लोग घर से बाहर आए तो उन लोगों ने कहा कि तुम और तुम्हारी सास डायन है। उन्होंने आरोप लगाया कि गांव के समाउन के दामाद को तुम दोनों ने टोना-टोटका कर दिया है जिससे वह बीमार हो गया है।
महिला संजीदा खातून ने कहा है कि आरेापी मुझे और मेरी सास को जान से मारना चाहते थे, लेकिन मेरे पति अजहर अंसारी व बेटे ने उनसे गिड़गिड़ा कर हमारी जान बचायी। इसके बाद मेरी सास डायन होने के झूठे आरोप और इस अपमान को बर्दाश्त नहीं कर सकी और गुरुवार, सात जनवरी की रात जहर खाकर अपनी जान दे दी। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है, हालांकि अबतक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
झारखंड में भयावह है डायन प्रथा की स्थिति
झारखंड में डायन बताकर महिलाओं व कई बार पुरुषों की हत्या किए जाने के मामले में भयावह रूप से सामने आते हैं। राज्य के स्थानीय अखबार प्रभात खबर की एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले पांच सालों में पांच सालों में डायन उत्पीड़न के 4658 मामले सामने आए और इस वजह से 211 लोगों की हत्याएं की गयी। राज्य के पश्चिमी ंिसंहभूम, गुमला, खूंटी, सिमडेगा, रांची जैसे जिलों में डायन बताकर हत्त्या किए जाने के सबसे अधिक मामले सामने आते हैं।
इस रिपोर्ट के अनुसार, 2105 से अक्टूबर 2020 के बीच डायन उत्पीड़न के सबसे अधिक 1278 मामले गढवा जिले में सामने आए, जबकि सबसे अधिक 40 हत्याएं पश्चिम ंिसंहभूम जिले में हुई। गुमला जिले में इन पांच सालों में इस वजह से 32 हत्याएं हुईं। खूंटी जिले में 29, सिमडेगा जिले में 22, रांची जिले में इस अवधि में 20 हत्याएं हुईं।