Jharkhand News : सांप के डसने से अस्पताल में इलाज के दौरान छात्रा की मौत, परिजनों ने शव का घंटों तक कराया झाड़-फूंक

Jharkhand News : झारखंड के गुमला जिले के सिसई थाना क्षेत्र स्थित रेड़वा गांव निवासी शिवरतन साहू की 14 वर्षीय बेटी विद्या कुमारी की मौत सांप के डसने से हो गई, मौत के बाद परिजनों उसके शव को बिना पोस्टमार्टम कराए घर ले आए....

Update: 2022-08-25 06:19 GMT

Jharkhand News : सांप के डसने से अस्पताल में इलाज के दौरान छात्रा की मौत, परिजनों ने शव का घटों तक कराया झाड़-फूंक

Jharkhand News : झारखंड के गुमला जिले से हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। बता दें कि यहां झारखंड के गुमला जिले के सिसई थाना क्षेत्र स्थित रेड़वा गांव निवासी शिवरतन साहू की 14 वर्षीय बेटी विद्या कुमारी की मौत सांप के डसने से हो गई। बेटी का का इलाज गुमला के सदर अस्पताल में चल रहा था। बेटी की मौत के बाद परिजनों उसके शव को बिना पोस्टमार्टम कराए घर ले आए। इसके बाद 3 घंटे तक बाद से विष उतारने के लिए झाड़-फूंक कराते रहे लेकिन बच्ची में जान वापस नहीं आई। जानकारी मिलते ही थानेदार मौके पर पहुंचे और शव को अपने कब्जे में लिया। बता दें कि आज गुरुवार को शव का पोस्टमार्टम होगा, इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।

जानिए क्या है पूरा मामला

इस घटना के संबंध में मृतक के पिता शिवरतन साहू का कहना है कि बीते मंगलवार को मृतिका विद्या कुमारी अपनी मां और अपने भाई के साथ पलंग पर सोई हुई थी। बुधवार की सुबह 3:00 बजे के समीप उसके हाथ में कुछ काटने पर वह उठी लेकिन उसे पता नहीं चला कि उसे सांप ने कब दिया है। इसके बाद वह दोबारा सो गई। 1 घंटे बाद 4:00 बजे उसने अपने हाथ सुन होने की बातें कही, जिसके बाद बच्ची को बस से लेकर सुबह 7:00 बजे सदर अस्पताल पहुंचे, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक सरकारी स्कूल की छात्रा थी।

मौत के बाद घटें तक झाड़-फूंक का खेल

विद्या कुंमारी की सांप के डसने से गुमला के सदर अस्पताल में मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने पोस्टमार्टम नहीं करवाया और शव को घर ले गए। इसके बाद तीन घंटे तक वैद्य से सांप का विष उतारने के लिए झाड़-फूंक कराया। फिर भी बच्ची की जान वापस नहीं आयी। झाड़-फूंक की जानकारी मिलते ही थानेदार मौके पर पहुंचे और शव को अपने कब्जे में लेकर थाने ले आए। आज गुरुवार को शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। वहीं परिजनों ने कहा कि विद्या हमारी सबसे प्यारी बेटी थी। उसकी मौत से हम सदमें में हैं, इसलिए अस्पताल में जब डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया, तो इसी उम्मीद से गांव लाकर झाड़-फूंक करवाया ताकि उसकी जान बच जाए लेकिन हमारी बेटी की मौत हो गई। 

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