कानपुर में तंत्र-मंत्र के चक्कर में 6 वर्षीय मासूम की दी बलि, शरीर से कई अंग गायब, पुलिस बोली सुबह देखेंगे

बच्ची के पिता का आरोप तंत्र-मंत्र के लिए की गयी है मेरी बच्ची की हत्या, देवी को प्रसन्न करने के लिए किसी ने चढ़ाई है उसकी बलि, बच्ची के दोनों फेफड़े समेत शरीर के कई अंग थे गायब...

Update: 2020-11-15 08:51 GMT

6 साल की बच्ची को नृशंसता से जादू-टोने के लिए उतारा गया मौत के घाट और उसके बिलखते परिजन

जनज्वार, कानपुर। उत्तर प्रदेश में कानपुर के एक गांव में भयावह घटना सामने आई है, यहां 6 साल की बच्ची की कटी हुई लाश मिली है। बच्ची के कई महत्वपूर्ण अंग समेत उंगलियां भी गायब हैं।

शनिवार 14 नवंबर की रात को भदरस गांव में यह लड़की पटाखे खरीदने के लिए अपने घर से निकली थी। जब वह देर रात तक नहीं लौटी तो परिवार ने उसकी तलाश शुरू की। बाद में उसका शव रविवार को काली मंदिर के पास झाड़ियों में मिला। लड़की के पिता करण संखवार ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी को जादू-टोने के लिए मारा गया है, उसके दोनों फेफड़े गायब हैं।

अघोरी तंत्र-मंत्र की साधना के लिए अमावस्या की रात को सबसे मजबूत मानते हैं, लेकिन क्या कोई इसके लिए इतनी भी हैवानियत पर आमादा हो सकता है कि किसी मासूम पर भी तरस और रहम न करे। दरिंदगी की हदों को पार करते हुए राक्षस रूपी दानवों ने 6 साल की मासूम बच्ची को जिंदा काट डाला।

कलेजे को चीर देने वाली यह वारदात यूपी के कानपुर के घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र के भदरस गाँव की है। यहां रहने वाले किसान की 6 वर्षीय बेटी श्रेया कुरील दीवाली पूजा के समय बाजार से कुछ लेने गयी हुई थी। लेकिन वापस नही लौटी। बेटी के ना लौटने पर चिंतित परिवार व उनके पड़ोसियों ने काफी खोजबीन की, लेकिन कोई सफलता हाथ नही लगी।

थक हारकर परिजनों ने पुलिस तक सूचना पहुंचाई। त्योहार की खुमारी में पुलिस ने परिवार को तलाशने की कहकर टरका दिया और कहा कि सुबह देखते हैं। सुबह होते ही किसान की मासूम 6 वर्षीय बेटी मिली तो लेकिन लाश के रूप में। वो भी इतनी दर्दनाक तरीके से कि उसके जिंदा शरीर से कलेजा तक निकाल लिया गया।

मासूम की लाश जहां मिली वहां काली माता का मंदिर था। साथ ही कुछ सबूत ऐसे भी मिले जो सीधे तौर पर तंत्र-मंत्र की तरफ इशारा कर रहे थे। बस फिर क्या था, देखते ही देखते मौके पर भीड़ लगना शुरू हो गयी। जो भी उस मासूम की लाश को देख रहा था उसकी आंखे आंसुओं से भर जा रहीं थी।

मासूम की लाश व उसकी दशा देखकर लोगों का गुस्सा सातवे आसमान पर पहुंच रहा था। फलस्वरूप मौकें पर लगी भीड़ ने खाकी का विरोध शुरू कर दिया। और मासूम के शव को उठाने से मना कर दिया। तो वहीं अपनी बेटी के शव को देख उसके माता पिता पछाड़ खाकर बेहोश हो गए। लग रहा था कि मानो वह इस दुनिया मे ही नहीं थे।

इस मासूम की लाश को देखकर लोगों का गुस्सा एक हद तक जायज है। लोग कह रहे हैं आरामफरामोश खाकी को भी सोचना चाहिए कि अगर वह रात में जरा सी भी तेजी दिखा देती तो इस मासूम को जिंदा न काटा जाता। न ही कानून व्यवस्था पर फिर से दाग लगता।

जब ऐसा हो गया तो कानपुर के अधिकारी सोशल मीडिया के माध्यम से रटा रटाया बयान मीडिया तक पहुंचाने का काम करतें हैं कि विधिक कार्रवाई की जा रही है। और हम जल्द ही मासूम बेटी के हत्यारों गिरफ्तार जरूर कर लेंगे।

हालांकि पुलिस अब कह रही है कि हो सकता है कि लड़की को किसी जंगली जानवर ने मार डाला हो। एसपी (ग्रामीण) बृजेश श्रीवास्तव ने कहा, "बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस सभी एंगल से मामले की जांच कर रही है और अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा।"

हत्या को लेकर पैदा हुई नाराजगी को देखते हुए गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।

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