अंधविश्वास में दो साल के भतीजे की गला दबाकर की हत्या, आटे के डिब्बे में छिपा दी लाश
आरोपी रामसूरत ने पुलिस के सामने हत्या की बात स्वीकारते हुए कहा, 6 माह पहले उसकी बेटी के डेढ़ वर्षीय बेटे की बीमारी के चलते मौत हो गई थी, उसे और उसकी पत्नी को शक था कि उसके छोटे भाई ज्ञान सिंह व उसकी पत्नी ने टोना-टोटका करवा कर उसके नाती की जान ली है....
जनज्वार। अंधविश्वास में आकर लोग किस तरह अपने रिश्तों का खून करते हैं, यह आये दिन सामने आता रहता है। मां—बाप बच्चों का कत्ल कर देते हैं, पति पत्नी तो पत्नी का खून कर देती है और समाज में डायन बिसही के नाम पर तमाम विधवाओं-बुजुर्गों का कत्ल आम बात हो चुकी है। अब ऐसा ही एक मामला यूपी के कौशांबी जनपद में सामने आया है। यहां एक व्यक्ति ने अंधविश्वास में आकर अपने 2 साल के मासूम भतीजे को मौत के घाट उतार दिया।
मीडिया में आयी खबरों के मुताबिक यूपी के कौशांबी जिले के कोखराज थाना क्षेत्र में अंधविश्वास के कारण एक इंसान ने अपने दो वर्षीय मासूम भतीजे की कथित रूप से गला दबाकर पहले तो हत्या की और फिर उसकी लाश को आटे के डिब्बे में छुपा दिया।
पुलिस के मुताबिक आरोपी ने स्वीकार किया कि हत्या के बाद उसने बच्चे की लाश को घर में ही छुपा दिया था। पुलिस का कहना है कि इस बारे में सूचना पर वह मौकास्थल पर पहुंची और तलाशी के दौरान बचचीलिस ने आरोपी के घर की तलाशी के दौरान बच्चे को शव बरामद कर लिया।
सामने आई जानकारी के मुताबिक थाना क्षेत्र के हसनपुर गांव निवासी ज्ञान सिंह का दो वर्षीय बेटा शिवा शुक्रवार 12 फरवरी की शाम घर के बाहर खेल रहा था। इसी दौरान ज्ञान सिंह के बड़े भाई रामसूरत की बेटी शिवा को बहला कर अपने घर ले गई और रामसूरत व उसकी पत्नी ने शिवा की कथित रूप से गला दबाकर हत्या कर दी और हत्या के बाद आटा रखने वाले डिब्बे में बच्चे का शव छुपा दिया गया। फिर उसके बाद डिब्बे के ऊपर उपले लगा दिए गए।
पुलिस का कहना है कि 2 साल के शिवा के लापता होने पर उसके परिजनों ने उसकी खोजबीन की, मगर कुछ पता नहीं चला। इसके बाद ज्ञान सिंह ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस को ज्ञान सिंह ने बताया कि उसे अपने बड़े भाई और उसकी पत्नी पर शक है कि उन्होंने ही शिवा को गायब किया है। इसके बाद पुलिस ने रामसूरत के घर की तलाशी ली, जिस दौरान उपलों के नीचे रखे आटे के डिब्बे से शिवा का शव बरामद हुआ।
इस संबंध में थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार राय ने मीडिया को बताया कि सख्ती से पूछताछ करने पर रामसूरत ने हत्या की बात स्वीकार ली।
रामसूरत ने पुलिस के सामने हत्या की बात स्वीकारते हुए कहा, 'छह माह पहले उसकी बेटी के डेढ़ वर्षीय बेटे की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। उसे और उसकी पत्नी को शक था कि उसके छोटे भाई ज्ञान सिंह व उसकी पत्नी ने टोना—टोटका करवा कर उसके नाती की जान ली है। इसी बात को लेकर दोनों भाइयों में अनबन रहती थी। इसी वजह से अंधविश्वास के चलते बीती शाम रामसूरत व उसकी पत्नी तथा बेटी ने मिलकर इस घृणित कार्य को अंजाम दिया।'
थानाध्यक्ष ने बताया कि ज्ञान सिंह की तहरीर पर उसके बड़े भाई रामसूरत, उसकी की पत्नी व बेटी के खिलाफ नामज़द मुकदमा दर्ज किया गया है। तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि बच्चे का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।