Blind Faith अंधविश्वास: कपूर को पैर से रगड़कर निकालते थे धुंआ, अशुभ संकेत बता ठगी करने वाले 6 लोग गिरफ्तार

पहले ये ठग लोगों की नजरों से छिपाकर कर्पूर को जमीन में गाड़ देते और उसे रगड़ते... पैर से रगड़ने के कारण जमीन से आग लगने जैसा धुआं उठने लगता था और फिर...

Update: 2021-10-11 09:18 GMT

प्रतीकात्मक फोटो

Blind Faith, अंधविश्वास। 21वीं सदी के आधुनिक समाज में तंत्र-मंत्र और शुभ-अशुभ जैसे मान्यताओं पर भरोसा करने वाले लोगों की एक अच्छी खासी तादाद है। ऐसे लोगों को तंत्र मंत्र और जड़ी बूटी के जरिए उपाय और इलाज कर देने के नाम पर ठगों का एक बड़ा गिरोह सक्रिय है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक ऐसे ही गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है, जो तंत्र मंत्र के नाम पर मासूम लोगों को अपने जाल में फंसाते थे और उनसे ठगी करते थे। भोपाल के बाग सेवनिया थाने की पुलिस ने रविवार, 10 अक्टूबर को ठगी करने वाले इस गिरोह के छह लोगों को गिरफ्तार किया है।

खुद को उज्जैन का बाबा बताते थे ठग

भोपाल पुलिस ने अंधविश्वास के नाम पर ठगी करने वाले 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार ठग खुद को उज्जैन के सिद्ध बाबा बताकर लोगों को अपने बातों में फंसाने का काम करते थे। ये सभी आरोपी दो तीन के ग्रुप में काम करते थे। पहले ये ठग अपना शिकार तलाशते थे और फिर उन्हें झूठे बातों में फंसाकर तंत्र मंत्र का ज्ञान होने का दावा करते थे। लोगों को डराकर ये ठग उनसे पैसे निकलवाते और फिर मौके से फरार हो जाते थे।

ठगी के लिए अपनाते थे ये तरीका

आमतौर पर ठगों का यह गिरोह लोगों को झांसे में लेने के लिए पूजा में इस्तेमाल होने वाले कपूर का सहारा लेते थे। पहले ये ठग लोगों की नजरों से छिपाकर कपूर को जमीन में गाड़ देते और उसे रगड़ते। पैर से रगड़ने के कारण जमीन से आग लगने जैसा धुआं उठने लगता था। इन ठगों के बातों में फंसा व्यक्ति उसे तंत्र मंत्र समझकर जब डर जाता था, तब ये ठग समाधान बताने का नाम पर लोगों से रुपए निकलवाते थे। फिर झांसे में आये शख्स को बिना पीछे मुड़े आंख बंद करके 51 या 101 कदम सीधे जाकर वापस आने को बोलते। लेकिन जब तक वह व्यक्ति आगे जाता, तब तक ये ठग वहां से पैसे लेकर फरार हो जाते थे।

ठगी के शिकार हुए शख्स ने बताई आपबीती

इन ठगों का शिकार हुए आलीराजपुर के 25 वर्षीय अखिलेश रावत के मुताबिक वह 5 अक्टूबर को बरकत्तउल्ला यूनिवर्सिटी किसी काम आए थे। विश्वविद्यालय से बाहर निकलकर बागसेवनिया बाजार जाने के दौरान एक अंजान व्यक्ति उनके पास आकर किसी का पता पूछने लगा। फिर बातें करते हुए वह शख्स साथ-साथ चलने लगा। कुछ दूरी पर एक और व्यक्ति भी पीछे से आ गया। दोनों अखिलेश के साथ कुछ दूर तक चले। अचानक तंत्र विद्या करके उसमें से एक व्यक्ति ने पैर रगड़कर जमीन में आग जला दी। फिर कहने लगा कि जेब में जो कुछ भी है, वह मेरे हाथ में रख दो। पीड़ित अखिलेश ने डर के कारण अपनी जेब से 35 हजार रुपए निकाल कर ढोंगी बाबा को दे दिए। फिर उसने अखिलेश को 51 कदम आगे की ओर चलने को कहा, लेकिन आगे बढ़कर जब पीड़ित ने पीछे मुड़कर देखा तो दोनों ठग वहां से गायब हो चुके थे। बाद में पीड़ित अखिलेश को अपना साथ हुए ठगी का एहसास हुआ और थाने में शिकायत दर्ज कराई।

90 CCTV खंगालने का बाद ठग गिरफ्तार

भोपाल और रायसेन में इस तरह की अनेक वारदातों की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने अज्ञात अपराधियों पर 30 हजार रुपए का इनाम घोषित कर दिया था। इन आरोपियों की तलाश के लिए थाना प्रभारी बाग सेवनिया के निर्देशन में एक टीम का गठन किया गया। पुलिस की टीम ने पीड़ित अखिलेश के साथ हुए ठगी के घटनास्थल के आसपास जाकर लोगों से पूछताछ की। शहर के करीब 90 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाली गई जिसके बाद इन आरोपियों का सुराग मिल सका।

पुलिस ने तंत्र-मंत्र के नाम पर ठगी करने के आरोप में ऐशबाग निवासी राहुल साहू (27 वर्ष) और सुमित रत्नाकर (28 साल), छोला निवासी संतोष कटकोले (37 साल) और राजू विश्वकर्मा (30 साल), अशोका गार्डन निवासी मोहित रैकवार (30 साल) और देवी सिंह (30 वर्ष) को गिरफ्तार किया। पुलिस की टीम ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से दो बाइक भी जब्त किया है।

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