Rajkot Crime News : युवक की जहर खाने से हुई मौत, इलाज के लिए परिजन अस्पताल की जगह ले गए मंदिर

Rajkot Crime News : युवक के परिवार वाले अंधविश्वासी थे, जिस कारण युवक को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। युवक ने जहर खाया था जब इस बात का पता परिजनों को चला तो परिजन उस युवक को अस्पताल ना ले जाकर मंदिर ले गए। उपचार न मिलने पर युवक की मौत हो गई...

Update: 2022-01-10 16:06 GMT

युवक की जहर खाने से हुई मौत

Rajkot Crime News : गुजरात के राजकोट से चौंका देने वाली खबर सामने आई है। यहां अंधविश्वास के कारण एक युवक की जान चली गई। युवक के परिवार वाले अंधविश्वासी थे, जिस कारण युवक को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। युवक ने जहर खाया था जब इस बात का पता परिजनों को चला तो परिजन उस युवक को अस्पताल ना ले जाकर मंदिर ले गए। उपचार न मिलने पर युवक की मौत हो गई।

यह है पूरा मामला

दरअसल यह मामला राजकोट से आया है। राजकोट में एक अंधविश्वासी परिवार के कारण युवक की मौत हो गई। यह घटना बीते गुरुवार 6 जनवरी की बताई गई है। दरअसल एक युवक ने जहर खा लिया था| जिसके बाद उसके परिजन उसे अस्पताल नहीं ले कर गए बल्कि उसका इलाज करवाने के लिए परिजन युवक को मंदिर ले गए। मंदिर ले जाने के कारण युवक को सही समय पर उपचार नहीं मिला। सही समय पर इलाज ना मिलने के कारण उसकी रास्ते में ही मौत हो गई।

पुलिस ने दर्ज किया मामला

इस पूरे मामले को पुलिस ने दर्ज कर लिया है। बता दें कि बी संभाग पुलिस ने इसे दुर्घटनावश मौत बताते हुए मामला दर्ज किया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जिस युवक ने जहर खाया उसका नाम लाला रबारी है। लाला रबारी की उम्र 32 साल बताई गई है। बता दें कि वह पेशे से ड्राइवर था। इस मामले में पुलिस का कहना है कि लाला रबारी ने गुरुवार को जहर खा लिया था। जब उसने उल्टी करना शुरू किया तो उसके परिवार को इस बात की जानकारी हुई कि लाला रबारी ने जहर खा लिया है।

पुलिस का कहना है कि मृतक का परिवार अंधविश्वास में डूबा हुआ था। जब उन्हें युवक के जहर खाने की बात पता चली तो आनन-फानन में परिजन उसे मंदिर ले जाने लगे। परिवार का मानना था कि मंदिर ले जाने से भगवान की कृपा होगी और युवक बच जाएगा। युवक को चिकित्सीय ध्यान देने के बजाय जहर के प्रभाव को कम करने के लिए युवक का परिवार उसे वांकानेर के एक मंदिर में ले गए। मीडिया में छपी खबरों के अनुसार मंदिर ले जाते वक्त ही रास्ते में लाला रबारी की मौत हो गई। जिसके बाद लाला रबारी के मृत शरीर को राजकोट अस्पताल ले जाया गया। जब लाला रबारी को अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने भी वहां उसे मृत घोषित कर दिया।

पहले भी हुई ऐसी घटना

बता दें कि यह कोई पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी कई ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी है जहां परिजन मरीज को इलाज के लिए अस्पताल में ले जाकर मंदिर या किसी ओझा के पास ले जाते हैं और उसकी मृत्यु हो जाती है। ऐसा ही एक मामला कुछ दिनों पहले केरल के कोझिकोड से आया था। इस मामले में पुलिस ने बताया था कि नूरजहां नाम की महिला पिछले एक साल से एक दुर्लभ त्वचा रोग (Skin Disease), पेम्फिगस वल्गेरिस (Pemphigus vulgaris) से पीड़ित थी। महिला के परिजनों ने आरोप लगाया कि जमाल ने नूरजहां का इलाज करवाने से साफ मना कर दिया और इसके बजाय उसे अलुवा के एक धार्मिक केंद्र ले गया, जहां अंधविश्वास (Superstition) के चलते उसे उचित इलाज नहीं मिल पाया और उसकी मौत हो गई।

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