विकास दुबे के सामने नतमस्तक रहने वाला चौबेपुर थाना अब 'यज्ञ-आहुति' से अपना डर कर रहा दूर

बिकरू कांड में चौबेपुर थाने की पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध मिली थी, एसओ रहे विनय तिवारी और हल्का इंचार्ज केके शर्मा के संबंध दुर्दांत विकास दुबे से उजागर होने के बाद मुकदमा दर्ज कराया गया था और उन्हें संस्पेंड कर दिया गया था....

Update: 2020-09-01 12:11 GMT

(चौबेपुर पुलिस स्टेशन का शुद्धिकरण कराया गया, फरियादी घंटों तक बैठे रहे)

मनीष दुबे की रिपोर्ट

कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर के चर्चित बिकरू कांड को आज 60 दिन पूरे हो चुके हैं। इस कांड के चलते चौबेपुर थाना पुलिस इस कदर डरा हुआ है कि घटना के साठ दिन पूरे होने और अंतिम आरोपित की गिरफ्तारी के बाद हवन-पूजन का सहारा लेती नजर आई। मंगलवार सुबह से पुलिस कर्मियों ने थाने में शुद्धिकरण के लिए हवन-पूजन कराया। थाने में पूजा-पाठ को लेकर पूरे क्षेत्र में चर्चा शुरू हो गई और वीडियो भी वायरल हो गया।

दो जुलाई की रात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की गिरफ्तारी के लिए बिकरू गांव में दबिश देने गई पुलिस टीम पर हमले में सीओ समेत आठ जवान शहीद और पांच पुलिस कर्मी घायल हुए थे। ये घटना देश की सुर्खियां बन गई थी और हमले के मुख्य आरोपित विकास दुबे और उसके सहयोगियों की तलाश में पुलिस जुट गई थी। सात दिन के अंदर एसटीएफ और पुलिस टीम ने मुख्य आरोपित विकास दुबे समेत 6 अभियुक्तों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। वहीं अब तक कुल 35 अभियुक्तों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है। बीते सोमवार को आखिरी आरोपित रामू बाजपेयी ने भी सरेंडर कर दिया था।

बिकरू कांड में चौबेपुर थाने की पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध मिली थी। एसओ रहे विनय तिवारी और हल्का इंचार्ज केके शर्मा के संबंध दुर्दांत विकास दुबे से उजागर होने के बाद मुकदमा दर्ज कराया गया था और उन्हें संस्पेंड कर दिया गया था। इसके बाद थाने के अन्य पुलिस कर्मियों की मिलभगत सामने आने पर दारोगा और सिपाहियों को भी जांच के बाद निलंबित कर दिया गया था। इस तरह जांच में भूमिका संदिग्ध देखकर पूरा थाना संस्पेंड करके नई तैनातियां की गई थीं।

Full View

बिकरू कांड को लेकर लगातार शासन से लेकर प्रशासन तक उच्चाधिकारियों की आमद थाने में बनी रही है और पूछताछ का सिलसिला जारी है। कांड से थाने का स्टाॅफ भी सहम गया है। सोमवार को अंतिम आरोपित की गिरफ्तारी और घटना के साठ दिन पूरे होने के बाद स्टॉफ ने थाना परिसर में हवन-पूजन कराया। इसमें सभी पुलिस कर्मी शामिल हुए, माना जा रहा है धार्मिक अनुष्ठान थाने की शुद्धिकरण के लिए कराया गया है।

पुलिस द्वारा हवन पूजन करके थाने का शुद्धिकरण करने में करीब दो घंटे का समय लग गया। कार्यलय के ठीक सामने सभी पुलिसकर्मी एक साथ बैठक हवन पूजन में शामिल रहे। इस दौरान किसी फरियादी की शिकायत नहीं सुनी गई और उन्हें घंटों इंतजार करना पड़ा। थाने का शुद्धिकरण की बात से पुलिस अधिकारी भी बचते रहे। कोरोना पॉजीटिव होने के कारण थाना प्रभारी मेडिकल लीव पर हैं। थाने का चार्ज एसआई देवेन चौधरी के पास है, उन्होंने बताया बुढ़वा मंगल होने के कारण हनुमान चालीसा के बाद हवन-पूजन कराया गया है।

Similar News