चाचा पर तंत्र-मंत्र कर बेटे को मारने का था संदेह, चचेरे भाई को मारने की दे दी सुपारी, और फिर हुआ उल्टा

अक्सर लोग परिवार में किसी व्यक्ति के साथ किसी अनिष्ट को अपने वैसे पट्टीदारों-गोतिया से जोड़ देते हैं जिनसे संबंध अच्छे नहीं होते हैं। मधुबनी में एक व्यक्ति ने तालाब में डूबने से बेटे की हुई मौत की वजह अपने चाचा के जादू-टोना को मान लिया।

Update: 2020-08-05 14:50 GMT

जनज्वार। बिहार (Bihar) के मधुबनी (Madhubani District) जिले के बासोपट्टी के महिनाथपुर में एक व्यक्ति को अपने चाचा पर इस बात का संदेह था कि उन्होंने तंत्र-मंत्र (Supersition in Bihar) कर उसके बेटे को मार दिया। इसके बाद बच्चू नाम के उस व्यक्ति ने सुपारी किलर ढूंढा और 1.5 लाख रुपये में चाचा देवेंद्र शर्मा के चेन्नई में रह रहे बेटे को मारने का काम सौंप दिया। बच्चू जिस तरह पुत्र शोक भुगत रहा था, उसी तरह अंधविश्वास की वजह से वह अपने चाचा को भी पुत्र शोक देना चाहता था, लेकिन उसने जिन अपराधियों को ऐसा करने के लिए उन्होंने 65 साल के बुजुर्ग देवेंद्र शर्मा की ही हत्या कर दी।

दरअसल, 2018 में बच्चू शर्मा के बेटे की तालाब में डूबने से हो गई थी। बेटे के इस मौत से उसे अपने चाचा देवेंद्र शर्मा पर संदेह हुआ कि उन्होंने तंत्र-मंत्र कर उनके बेटे की जान ले ली। इसके बाद उसने देवेंद्र शर्मा को चेन्नई में रह रहे बेटे को मारने के लिए अजीत दास नामक शख्स को डेढ लाख की सुपाड़ी दी। उसने मार्च 2020 में अजीत दास व रौशन को इसके लिए 80 हजार रुपये दिए। फिर अप्रैल में 20 हजार व बाकी पैसे मई में दिए।

अब अपराधियों को घटना को अंजाम देना था। अपराधियों ने बेटे की जगह देवेंद्र शर्मा को ही बासोपट्टी के महिनाथपुर में 26 जुलाई की रात गोली मार दी। इसके बाद दरभंगा मेडिकल काॅलेज में 27 जुलाई को उनकी मौत हो गई।

इसके बाद पुलिस जांच शुरू हुई तो पूरा मामला सामने आया। इस मामले में जांच के बाद पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें महिनाथपुर निवासी अजीत कुमार दास, बच्चू शर्मा, विजय दास, राहुल साह, खजौली थाना क्षेत्र के ठाहर निवासी अरुण राम, राजनगर थाना क्षेत्र के सिमरी निवासी समीर सिंह व दीपक कुमार, अंधराठाढ़ी के मैलाम निवासी हरिशंकर कुंवर व ज्ञानेंद्र कुमार सिंह शामिल हैं।

एसपी डाॅ सत्य प्रकाश ने इस संबंध में बताया कि महिनाथपुर में 65 वर्षीय बुजुर्ग देवेंद्र शर्मा को 26 जुलाई को अहले सुबह तीन बजे गोली मार कर अपराधी भाग गए थे। जयनगर के एसडीपीओ के नेतृत्व में इस मामले एक टीम गठित कर छापेमारी की जा रही थी। अपराधियों के पास से पुलिस ने देसी कट्टा, घटना में प्रयोग की गई बाइक और छह मोबाइल बरामद किए हैं।  

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