अंधविश्वास : मानसिक रूप से बीमार महिला को डायन होने के संदेह में ग्रामीणों ने पति सहित पीट कर मार डाला

महिला मानसिक रूप से बीमार थी। वे आधी रात में भी घर से निकल जाती थी और मिट्टी के बरतन में तेल-पानी डाल कर उसमें झंडा डाल कर हिलाया करती थी जिससे लोग उसे डायन व जादू-टोना करने वाली मानने लगे थे...

Update: 2020-09-16 03:09 GMT

मृतक आदिवासी दंपती।     फोटो : प्रभात खबर से साभार।

जनज्वार। झारखंड के रांची जिले के बेड़ो प्रखंड क्षेत्र के एक गांव में एक बुजुर्ग दंपती की ग्रामीणों ने डायन होने के संदेह में पीट-पीट कर हत्या (dayan Bisahee murder case in bero block Ranchi) कर दी। मंगलवार सुबह (15 सितंबर) को घटी इस घटना को लेकर 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है मामले की जांच की जा रही है।

बेड़ो थाना क्षेत्र के रोगाडीह पतराटोली गांव में वृद्ध आदिवासी महिला बिरसी उराइन (55 वर्ष) पर लोगों को डायन होने का संदेह था। लोगों की भीड़ ने गांव के सरना मांझी स्थल के पास लाठी डंडे से पीट कर महिला बिरसी उराइन की मौके पर ही हत्या कर दी, वहीं गंभीर रूप से जख्मी हुए पति मंगरा (75 वर्ष) उरांव को इलाज के लिए रिम्स ले जाया गया, लेकिन शाम में उनकी भी मौत हो गई।

दंपती के बेटे सोमरा उरांव ने इस मामले में 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कराया है। थाना प्रभारी श्याम बिहारी मांझी ने गांव जाकर पूरी घटना की जानकारी ली है और मामले की जांच की जा रही है।

थाने में दंपती के पुत्र सोमरा उरांव के द्वारा दी गई लिखित शिकायत के अनुसार, उसकी मां की मानसिक स्थिति बीते कुछ दिनों से ठीक नहीं थी। इस वजह से मिट्टी के बरतन में तेल-पानी डाल कर उसमें एक झंडा डाल कर हिलाती थी। सोमवार की रात एक बजे वह घर से निकल गईं, जिसके बाद उसके पिता ने उन्हें पकड़ कर लाया और सुला दिया।

उसके बाद घर के सभी सदस्य सो गए, लेकिन सुबह उठने पर गांव के मांझी स्थान के पास शोर सुनाई पड़ा, जब सभी लोग वहां पहुंचे तो मां को मृत अवस्था में पाया जबकि पिता घायल थे। इसके बाद पिता को मुखिया के सहयोग से अस्पताल भेजा गया लेकिन उनकी भी मौत हो गई।

डायन कुप्रथा से बुरी तरह प्रभावित है दक्षिणी छोटानागपुर 

झारखंड के दक्षिणी छोटानागपुर इलाके में डायन बिसाही के संदेह में सर्वाधिक हत्याएं होती हैं। रांची, गुमला, सिमडेगा, खूंटी जिले इस अंधविश्वास से बुरी तरह प्रभावित हैं।

हत्या सामान्यतः बुजुर्ग महिलाओं की होती है और इसका शिकार वैसी महिलाएं होती हैं जो बुजुर्ग होने की वजह से घर परिवार की जिम्मेवारियां से मुक्त होती हैं और कई दफा अलग-थलग रहती हैं।

मानसिक रूप से बीमार लोगों के अजीब हरकतों को जादू टोना व डायन की गतिविधि मान कर भी हत्याएं की जाती हैं।

हाल में ही 10 दिनों के अंदर गुमला जिले में डायन के संदेह में तीन लोगों की हत्या की गई थी, जिसमें दो महिलाएं व एक पुरुष थे।

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