अंधविश्वास : तांत्रिक के कहने पर बेकसूर व्यक्ति को बनाया बंधक, कहा, 'जादू-टोना कर करो ठीक'
एक तांत्रिक के कहने पर एक निर्दोष व्यक्ति को लोगों ने बंधक बना लिया, लेकिन जब पुलिस आयी तो सभी लोग भाग गए। ऐसे अंधविश्वास से सामाजिक सामंजस्य भी प्रभावित होता है और गांव में दूरियां बन जाती हैं...
जनज्वार। अंधविश्वास किस तरह समाज में बुराइयों की वजह है, इसका एक उदाहरण बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में देखने को मिला। पश्चिमी चंपारण जिले के इनरवा थाना क्षेत्र के सकरौल गांव में एक बीमार व्यक्ति मथुरा राउत को ठीक करने के लिए परिजनों ने उसी गांव के योगेंद्र राउत को बंधक बना लिया। दरअसल, मथुरा राउत के परिजनों ने जिस तांत्रिक से उनकी झाड़ फूंक करायी थी, उसने तंत्र-मंत्र करने के बाद कहा कि योगेंद्र राउत ने उन पर जादू टोना किया है और वही ठीक कर सकते हैं।
इसके बाद अधेड़ उम्र के योगेंद्र राउत को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया और मथुरा राउत को ठीक करने की मांग करने लगे। इसके बाद जब योगेंद्र राउत की पत्नी रामावती देवी को यह जानकारी मिली कि मथुरा राउत के पक्ष के लोगों ने पति को बंधक लिया है तो उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। मौके पर पुलिस पहुंची तो सभी ग्रामीण भाग खड़े हुए। ग्रामीणों ने योगेंद्र राउत को दो घंटे तक बंधक बनाए रखा।
इनरवा पुलिस ने पूरे मामले की जानकारी ली और दोनों पक्ष को समझा बुझाकर मामला शांत किया। दरअसल, मथुरा राउत लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। उनका स्थानीय अस्पताल के साथ गोरखपुर में भी इलाज कराया गया, लेकिन स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ। डाॅक्टरों ने भी उन्हें गंभीर बीमारी होने की बात कह कर आगे इलाज करने में असमर्थता जता दी।
इसके बाद उनके परिजन झाड़ फूंक और ओझा गुणी के चक्कर में पड़ गए और भरवलिया गांव के रहने वाले तांत्रिक दिलीप राउत को बुला कर झाड़ फूंक कराया। झाड़ फूंक के दौरान दिलीप राउत ने बताया कि योगेंद्र राउत ने जादू टोना किया है और वही ठीक कर सकते हैं। उसके ऐसा कहने पर ही लोगों ने उन्हें बंधक बना लिया और मथुरा राउत को ठीक करने के लिए दबाव बनाने लगे।