अंधविश्वास : भगवान अपनी शरण में ले लो कहकर त्रिशूल के साथ महिला ने जमीन में ली समाधि, पुलिस ने जिंदा निकाला बाहर

महिला को अंधविश्वास ने ऐसा जकड़ा कि उसने जिंदा ही जमीन में समाधि ले ली, उसका कहना था कि भगवान ने आदेश दिया है, हालांकि पुलिस ने समय रहते महिला को जिंदा बचा लिया..

Update: 2021-02-12 09:37 GMT

महिला का समाधि स्थल (photo:social media)

जनज्वार। 21वीं सदी में भी अंधविश्वास की जकड़न से लोग आजाद नहीं हो पाए हैं। उत्तरप्रदेश के कानपुर जिला स्थित सजेती के मढ़ा गांव से अंधविश्वास का एक ऐसा ही मामला सामने आया है। गांव की रहने वाली एक महिला को  अंधविश्वास ने ऐसा जकड़ा कि उसने जिंदा ही जमीन में समाधि ले ली। महिला का कथन था कि उसके सपने में भगवान ने आकर ऐसा करने को कहा है।

हालांकि आसपास के लोगों ने शासन- प्रशासन को सूचना दे दी और समय रहते जमीन में समाधि ले चुकी महिला को जिंदा बचा लिया गया। मौके पर पहुंचे स्थानीय एसडीएम और सीओ ने पहल कर लगभग पांच घंटे से गड्ढे में दफन महिला को बाहर निकाल अस्पताल में भर्ती कराया। वैसे महिला की हालत सामान्य बताई जा रही है। 

बताया जाता है कि मढ़ा गांव निवासी रामसजीवन की 52 वर्षीय पत्नी गोमती उर्फ गयावती बीते कई वर्षों से घर के पास स्थित एक शिवमंदिर में सुबह- शाम घण्टों पूजा-पाठ करती है। उसका ज्यादा समय पूजा-पाठ में गुजरने के कारण यह बात फैल गई कि महिला को भगवान के दर्शन होते हैं। इस अंधविश्वास की शिकार महिला और उसके परिवारी जन भी हो गए।

इसके बाद मंगलवार को उसने घोषणा कर दी कि वह 48 घण्टों के लिए बाकायदा भू समाधि लेगी, यानि 48 घण्टों के लिए जिंदा ही जमीन के अंदर दफन होगी। इसकी बाजाप्ता तैयारी की गई। टेंट आदि लगाए गए और उस महिला ने अपने घर के बाहर ही जिंदा भू समाधि ले ली। इससे पहले वहां भजन कीर्तन हुआ और महिला ने लाल साड़ी पहन त्रिशूल हाथ में रख लिया।

फिर क्या था देखते ही देखते अंधविश्वास की शिकार महिला ने खुद की जिंदगी दांव पर लगाते हुए जिंदा ही जमीन में  समाधि ले ली। उसका साथ घर वालों और कुछ अंधविश्वासी गांव वालों ने भी दिया। भगवान मैं तुम्हारे पास आ रही हूं, मुझे अपनी शरण में लो... यह कहते हुए महिला गहरे गड्ढे में उतर गई और परिवार के लोगों ने चारपाई रखकर ऊपर से मिट्टी डालकर बंद कर दिया।

अंधविश्वास की हद तो तब हो गई जब गांव वालों ने फूल डालकर पूजन अर्चन शुरू कर दिया। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस तत्काल पहुंच गई और गड्ढे की मिट्टी हटवाकर महिला को सुरक्षित जिंदा बाहर निकाला।

बताया जाता है कि मढ़ा गांव में बुधवार को आस्था के नाम पर जिंदगी और मौत का यह खेल दिन भर चलता रहा। हालांकि इसके बाद कुछ ग्रामीणो ने घटना की सूचना पुलिस प्रशासन को दे दी। जानकारी मिलने के बाद स्थानीय पुलिस व प्रशासन के लोग आनन-फानन में वहां पहुंचे। घाटमपुर एसडीएम अरुण श्रीवास्तव और सीओ गिरीश कुमार भी फोर्स लेकर मौके पर पहुंच गए।

पुलिस ने तत्काल समाधि की मिट्टी हटवाकर महिला को बाहर निकलवाया और स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया। डाॅक्टरों ने परीक्षण के बाद उसकी हालत खतरे से बाहर और स्वस्थ बताया है। अब पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है। इस बीच खोदे गए समाधि वाले गड्ढे को भी बंद करा दिया गया है।

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