MP के सीधी में अंधविश्वास के चक्कर में जलते तवे पर नंगे पांव चली आदिवासी महिला, पंडा व अन्य पर केस
महिला को यह विश्वास दिलाया गया कि ऐसा करने से उसकी सारी बाधाएं खत्म हो जाएंगी और समस्याओं से मुक्ति मिलेगी। जब महिला को गर्म तवे पर चलने को मजबूर किया गया तो सैकड़ों लोग तमाशाबीन थे।
जनज्वार। हमारे समाज में अंधविश्वास की जड़ें अब भी काफी गहरी हैं और इसे खत्म करने में अभी काफी मेहनत लगेगी। अंधविश्वास का एक हैरतअंगेज मामला मध्यप्रदेश के सीधी से सामने आया है, जहां एक आदिवासी महिला को जलते तवे पर नंगे पैर चलने को मजबूर किया गया।
सीधी जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर चुरहट थाना अंतर्गत कपूरी में बीते दिनों यह घटना घटी है। आदिवासी महिला को पंडा व अन्य लोगों ने जलते हुए तवे पर चलने को मजबूर किया। इसके लिए खुली जगह पर कई चूल्हे जलाए गए थे और उस पर तवा रखा गया, जिस पर महिला को चलने को मजबूर किया गया। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
महिला को यह विश्वास दिलाया गया कि ऐसा करने से उसकी सारी बाधाएं खत्म हो जाएंगी और समस्याओं से मुक्ति मिलेगी। जब महिला को गर्म तवे पर चलने को मजबूर किया गया तो सैकड़ों लोग तमाशाबीन थे।
सीधी के एसपी ने मामले का संज्ञान लिया है और चुरहट के थाना प्रभारी को कार्रवाई का निर्देश दिया। इसके बाद ऐसा कृत्य कराने वाले पंडा सहित छह लोगों के खिलाफ आइपीसी की धारा 324 के तहत मामला दर्ज किया गया।
एसपी ने कहा है कि इस घटना से महिला के पैर में फफोले आए हैं और उनका इलाज किया जा रहा है। पुलिस ने लोगों से ढोंगियों व अंधविश्वास के चक्कर में न पड़ने की अपील की है और ऐसा करने वालों की सूचना देने को कहा है।
मालूम हो कि त्यौहारों में अंधविश्वास की घटनाएं बढ जाती है। नवरात्र के समय में भी देवी को खुश करने की बात कह कर अंधविश्वास से जुड़े कार्य कराए जाते हैं।