Uttar Pradesh News : पति की जान बचाने के लिए दो लड़कियों की कराई गई आपस में शादी, बिरादरी के लोग भड़के
Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सोनभद्र जिले में पति की शीघ्र मौत के भय से दो युवतियों ने आपस में ही शादी रचा ली, महज टोटके के लिए निभाई इस रस्म के दौरान धूमधाम से बरात भी निकाली गई...
Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सोनभद्र जिले में शादी के लिए टोटके का अनोखा मामला सामने आया है। पति की शीघ्र मौत के भय से दो युवतियों ने आपस में ही शादी रचा ली। महज टोटके के लिए निभाई इस रस्म के दौरान धूमधाम से बरात भी निकाली गई। भोज कराया गया मंडप सजा और परंपरागत ढंग से फेरे और अन्य रसमें भी हुई।
शादी की खबर सुन बिरादरी के लोग भड़के
दो युवतियों की शादी की जानकारी मिलने के बाद बिरादरी के लोग भड़क गए। पंचायत बुलाकर दोनों युवतियों के परिवार को बकरा- भात का दंड सुना दिया। ऐसा ना करने पर उन्हें बिरादरी से बाहर करने का फैसला लिया गया। हालांकि परिवार के लोगों ने शादी को सिर्फ टोटका बताकर दंड स्वीकारने से इनकार कर दिया है।
ओझा की बातों में आकर कराई दो युवतियों की शादी
बता दें कि यह मामला उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के भगनी क्षेत्र के आदिवासी समाज का है। क्षेत्र के एक अन्य गांव में किसी ओझा ने दो युवतियों को कुंडली में दोष बताते हुए कहा था कि उनकी अगर शादी होती है तो पति की जल्द मौत हो जाएगी। इससे भयभीत होकर युवतियों ने उपाय पूछा तो उन्हें बताया गया कि किसी लड़के से पहले इन दोनों की आपस में शादी करा दी जाए।
एक लड़की दूल्हा बन दूसरी लड़की के घर बारात लेकर पहुंची
ओझा का उपाय सुनने के बाद पति की जिंदगी बचाने के लिए दोनों युवतियों ने टोटका निभाते हुए बीते सोमवार को आपस में शादी रचाई। धूमधाम से बरात लेकर एक युवती दूल्हा बनकर दूसरी युवती के दरवाजे पर पहुंची। घरवालों ने बारातियों का स्वागत किया। उन्हें भोज भात कराया गया। रात में पारंपरिक तरीके से फेरे हुए और अन्य रस्में भी निभाई गई। बता दें कि यह मामला आज शुक्रवार 16 जुलाई को मीडिया में सामने आया है।
पंचों ने दिया शादी को अमान्य करार
शादी के बाद दोनों को गांव के डीह बाबा के पूजा स्थल पर ले जाया गया। दोनों ने डीह बाबा का विधिवत पूजन अर्चन किया। 3 दिन बाद इस परंपरा पर गांव में सुगबुगाहट शुरू हुई तो बिरादरी के लोगों की पंचायत बुलाई गई। पंचों ने इस शादी को अमान्य करार दिया और दोनों युवतियों के परिवार पर समूचे बिरादरी को बकरा भारत कराने का दंड लगाया। साथ ही हिदायत दी कि यदि ऐसा ना करने पर उन्हें बिरादरी से अलग कर दिया जाएगा। परिजनों ने बेटियों की खुशियों और सुखी जीवन के लिए यह कदम उठाने की बात कहकर दंड देने से इनकार कर दिया है।