भारतीय अर्थव्यवस्था में वित्तीय वर्ष 2021 में भी दिखेगी भारी गिरावट, बैंक ऑफ अमेरिका ने जताई आशंका
भारतीय अर्थव्यवस्था में गिरावट वित्तीय वर्ष 2021 में भी देखने को मिल सकती है, बैंक ऑफ अमेरिका के मुताबिक भारतीय अर्थव्यवस्था में 3 फीसदी की गिरावट देखने को मिल सकती है....
नई दिल्ली। पहले से ही आर्थिक सुस्ती के दौर से गुजर रही भारतीय अर्थव्यवस्था का संकट कोरोना काल ने और बढ़ा दिया है। भारतीय अर्थव्यवस्था में गिरावट वित्तीय वर्ष 2021 में भी देखने को मिल सकती है। बैंक ऑफ अमेरिका के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2021 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 3 फीसदी की गिरावट देखने को मिल सकती है।
बैंक ऑफ अमेरिका ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में अगले महीने से मामूली तेजी का दौर देखने को मिल सकता है। हालांकि इसके बाद भी भारतीय अर्थव्यवस्था में पूरी तरह से तेजी आने में समय लग सकता है।
बैंक ऑफ अमेरिका के मुताबिक आरबीआई की ओर से 95 अरब डॉलर के सरकारी बॉन्ड्स को खरीद कर वित्तीय घाटे की भरपाई की जा सकती है। इसके अलावा 127 अरब डॉलर की रकम सरकारी बैंकों के रीकैपिटलाइजेशन पर खर्च की जा सकती है।
बता दें कि अर्थशास्त्रियों की ओर से लगातार भारतीय इकॉनोमी की ग्रोथ रेट में कटौती की जा रही है। मौजूदा वित्त वर्ष में 7 प्रतिशत निगेटिव ग्रोथ की आशंका जताई जा रही है। बैंक ऑफ अमेरिका ने कहा कि है कि अगले फाइनेंशियल ईयर 3 पर्सेंट की गिरावट आ सकती है। 15 अगस्त से अर्थव्यवस्था पूरी तरह से खुलने की बात की जा रही है, लेकिन कोरोना का संकट लंबा चलता है तो अगले साल भी अर्थव्यवस्था की गिरावट 5 फीसदी तक भी हो सकती है।
बैंक ऑफ अमेरिका से जुड़े भारतीय अर्थशास्त्री इंद्रनील सेनगुप्ता ने कहा कि अन्य जानकारों के मुकाबले उनका अनुमान ज्यादा आशावादी है। उन्होंने कहा कि अप्रैल और मई में जीडीपी में 3 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है, लेकिन अब भी सीमित स्तर पर ही मार्केट खुलने के कारण प्रति माह 1 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है।
गुप्ता ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में 7 फीसदी से ज्यादा की दर से ग्रोथ करने की क्षमता है। बता दें कि 2019-20 में भी भारतीय अर्थव्यवस्था की ग्रोथ काफी कमजोर थी। दशक की सबसे कमजोर ग्रोथ रेट के साथ भारत ने 4.2 फीसदी की दर से जीडीपी ग्रोथ की थी।
इस बीच भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने भी कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था को उबरने में वक्त लग सकता है। राजन ने कहा कि फिलहाल अर्थव्यवस्था में सुधार की स्थिति देकने को मिल सकती है लेकिन अब काफी कुछ किए जाने की आवश्यकता है। अर्थव्यवस्था की पूरी तरह से रिकवरी आने में अभी लंबा समय लगेगा।